सभा में किसान की मौत फिर भी भाजपा विधायक का भाषण जारी रहा, कांग्रेस ने घेरा

मध्य प्रदेश में उपचुनाव के लिए हो रही भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की जनसभा में एक किसान की मौत हो गयी लेकिन इसके बाद भी नेता मंच से भाषण देते रहे। इसे लेकर सिंधिया की आलोचना हो रही है। कांग्रेस ने इसे लेकर सिंधिया और भाजपा पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें एक कुर्सी पर किसान मृत पड़ा है और भाजपा नेता का भाषण जारी है। उधर सिंधिया ने इसपर सफाई में कहा है कि उनके सभा में आने से पहले ही किसान की मौत हो चुकी थी और उन्होंने उसकी स्मृति में एक मिनट का मौन रखवाया।

चुनाव सभा खंडवा जिले के मंधाता विधानसभा सीट के लिए हो रही थी। सभा में एक आए एक किसान की मौत हो गई लेकिन भाजपा नेता का भाषण फिर भी जारी रहा। सभा में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में सभा करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे हुए थे। किसान के मौत जब हुई तो उस समय पंधाना से भाजपा विधायक राम दांगोरे का भाषण चल रहा था। हालांकि, 80 साल के किसान जीवन सिंह की अचानक मृत्यु होने के बाद भी उनका भाषण जारी रहा।

जनसभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पहुंच गए, हालांकि उनके आने से पहले शव को वहां से ले जाया चुका था। सिंधिया ने किसान की मौत की जानकारी मिलने के बाद एक मिनट का मौन रखवाया और उसके बाद भाषण दिया।

जब बुज़ुर्ग किसान ने दम तोड़ा, आस-पास बैठे लोग अपनी-अपनी सीटों से उठ गए। जिससे वहां हलचल मच गयी। इसके बावजूद भाजपा विधायक भाषण देते रहे। यह भी कहा जा रहा है कि दिवंगत किसान जीवन सिंह भाजपा का ही पुराना कार्यकर्ता था। कहा गया है कि हार्ट अटैक के कारण किसान की मौत हुई।

मसले पर तब विवाद पैदा हो गया जब इसे लेकर कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इनमें कुर्सी पर बैठे-बैठे दिवंगत हुए बुज़ुर्ग का शव दिख रहा है और भाजपा नेता का भाषण भी सुनाई दे रहा है। कांग्रेस के नेता इन वीडियो को पोस्ट करके भाजपा पर निशाना साध रहे हैं और उसपर बेशर्म होने का आरोप लगा रहे हैं।

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने वाकायदा एक ट्वीट करके कहा – ‘बीजेपी के कार्यक्रम में किसान की मौत, बीजेपी की भाषणबाज़ी फिर भी जारी रही। आज बीजेपी के कार्यक्रम में एक किसान की मौत हो गई लेकिन बीजेपी के बेशर्म नेताओं ने कार्यक्रम नहीं रोका।  किसान की लाश पड़ी रही और बेशर्म भाजपाई ताली बचाते रहे। शिवराज जी, जनता से न सही, भगवान से तो डरो।’

एक और कांग्रेस नेता ने ट्वीट करके कहा – ‘डराने वाला। ज्योतिरादित्य सिंधिया की रैली में एक बुज़ुर्ग किसान की कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई, लेकिन उसे अस्पताल ले जाने और अंतिम प्रयास करने की बजाए, उन्होंने अपनी रैली जारी रखी।’

उधर सिंधिया ने कहा कि जब वे जनसभा में पहुंचे, किसान का शव वहां से ले जाया चुका था। सिंधिया ने कहा – ‘मुझे अन्नदाता की मौत का जैसे ही पता चला मैंने एक मिनट का मौन रखवाया।’