मेजर चित्रेश का अंतिम संस्कार

देहरादून में हज़ारों लोग उमड़े, मार्च में ही होनी थी शादी

जम्मू के राजौरी नौशेरा में शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट का सोमवार को उनके पैतृक नगर देहरादून में अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर हज़ारों लोग उमड़ पड़े जिन्होंने शहीद अमर रहे और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।

चित्रेश जम्मू-कश्मीर के राजौरी के नौशेरा सेक्टर में आईईडी डिफ्यूज करते हुए ब्लास्ट होने से शहीद हो गए थे। उनकी अगले महीने ७ तारीख को ही शादी तय थी। उनके निधन की कबर मिलते ही पूरे इलाके में मातम छा गया। वे कुछ दिन की छुटियों के बाद ३ फरवरी को ही ड्यूटी पर लौटे थे।

सोमवार को उन्हें अंतिम विदाई देने सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने ”सेना जिंदाबाद”, ”शहीद बिष्ट मर रहे”, ”भारत माता की जय” और ”पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। शहीद को अंतिम विदाई देने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी उपस्थित रहे।

बिष्ट की पार्थिव देह रविवार को मिलिट्री हॉस्पिटल में पहुंचा था। सोमवार सुबह उनका शव अंतिम संस्कार के लिए उनके आवास देहरादून के नेहरू कॉलोनी में लाया गया। बिष्ट ने पुलवामा फिदायीन हमले के दो दिन बाद शनिवार को नौशेरा सेक्टर में आतंकियों की बिछाई गई एक आईईडी को निष्क्रिय कर दिया था। दूसरी आईईडी को डिफ्यूज करते वक्त ब्लास्ट हो गया।

वे अपनी शादी के लिए २८ फरवरी को छुट्टी पर आने वाले थे। उनके पिता एसएस बिष्ट सेवनिबृत पुलिस इंस्पेक्टर हैं। उन्होंने कहा – ”वह शादी के लिए घर आने वाला था। हमें उसका पार्थिव शरीर मिला है। वह देश के लिए कुर्बान हो गया।”