मुझे पता है कि अगर मैं चुन ली गई तो मुझे इस व्यवस्था से ही काफी चुनौतियां मिलेंगी. लेकिन अब कोई विकल्प नहीं है. अगर हमें अपना देश वापस चाहिए तो हमें लड़ना ही होगा. अगर आप सत्ता में आती है तो हम देश में एक जादुई बदलाव देखेंगे क्योंकि आजादी के 67 साल बाद हमारे पास अपने देश को एक मजबूत लोकतंत्र बनाने का अवसर होगा.
जो व्यवस्था हमारे सत्ताधारी प्रतिनिधि चला रहे हैं वह जनता के खिलाफ है. बहुत से लोग हैं जिन्हें कोई उम्मीद नहीं दिखती. यही वजह है कि वे वोट देने से बचते हैं. उन्हें कोई अच्छा विकल्प दिखता ही नहीं.
आप उम्मीद लेकर आई है. हम भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं और पारदर्शिता के समर्थक. दूसरे क्षेत्रों में काम करने वाले लोग जो पहले राजनीति के प्रति अनिच्छुक थे उनको धीरे-धीरे आप में उम्मीद दिख रही है और वे हमारा समर्थन कर रहे हैं.
(अवलोक लांगर से बातचीत पर आधारित)