मालदीव में इमरजेंसी जारी; पूर्व राष्ट्रपति ने भारत से मांगी मदद

सुप्रीम कोर्ट के 3 जजों ने कहा है कि उन्होंने ऐसा राष्ट्रपति के कहने पर किया। 01 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों ने पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद समेत कुछ नेताओं के ख़िलाफ़ मामले खत्म कर दिए थे।

नशीद पर आतंकवाद से जुड़ा मामला चलाया गया था, जिसे वह राजनीति से प्रेरित बताते हैं. इमरजेंसी के साथ ही मालदीव में सुप्रीम कोर्ट के 5 में से 2 जजों को भी गिरफ़्तार कर लिया गया.

गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश अब्दुल्ला सईद और एक अन्य न्यायाधीश अली हमीद को कल राष्ट्रपति की ओर से आपातकाल की घोषणा किए जाने के कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया. उनके खिलाफ किसी जांच या किसी आरोप की जानकारी भी नहीं दी गई.

वहीं चीन ने आशा जताई है कि मालदीव सरकार और विपक्षी पार्टियां देश में उपजे राजनीतिक संकट को खुद सुलझाने में सक्षम हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा‘‘हमें उम्मीद है कि संबंधित पक्ष बातचीत के द्वारा अपने मतभेदों को खत्म कर सकते हैं। साथ ही देश में जल्द से जल्द राजनीतिक स्थिरता और राष्ट्रीय तथा सामाजिक स्थिरता बहाल हो सकती है।”

शुआंग ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मालदीव सरकार और वहां की राजनीतिक पार्टियां इस संकट को समाप्त करने में सक्षम है।