Wednesday, September 10, 2025
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बढ़ते प्रदूषण को देखते हुये आँड-ईवन पर विचार कर रही है सरकार

पराली के जलायें जाने से दिल्ली में हर साल की तरह प्रदूषण का कहर लोगों की जिंदगी में जहर घोलने का काम करने लगा है। लोगों का कहना है कि सरकार के दावे हर साल खोखलें साबित हो रहे है।

तहलका संवाददाता को दिल्ली वासियों ने बताया कि प्रदूषण और कोरोना के बढ़ते प्रकोप से वैसे ही जनमानस परेशान है। ऐसे में कोरोना काल में प्रदूषण लोगों की जिंदगी में कहीं कोई अनहोनी ना कर दें उसका भय लोगों में है। वहीं दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि हर साल की तरह प्रदूषण को काबू पाने के लिये आँड- ईवन पर विचार किया जा रहा है। अगर ऐसा होता है तो प्रदूषण से तो राहत मिल सकती है। एडवोकेट पीयूष जैन का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम तब की जाती है जब प्रदूषण पूरी तरह से अपने पैर पसारकर लोगों को बीमार करने लगता है। ऐसे में सरकार को समय से पहले ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, अन्यथा दिल्ली तो वैसे ही कोरोना के कारण सहमी हुई है। और बीमार हालत में अगर प्रदूषण का प्रकोप ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में और दिक्कत हो सकती है।

बीमा की रकम हड़पने के लिए कार में जला दिया शव

हरियाणा में एक कारोबारी ने 1.60 करोड़ रुपये बीमा की रकम हड़पने और कर्जदारों से छुटकारा पाने के लिए अपनी ही मौत की कहानी गढ़ डाली, पर इसमें नाकाम साबित हुआ। नाटकीयत की शुरुआत मंगलवार रात को हरियाणा के हिसार जिले से शुरू हुई। शुरुआत में बताया गया कि हांसी में लूट की वारदात के बाद कारोबारी राममेहर को कार में बंद कर जिंदा जला दिया गया।

राममेहर के परिजनों ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने आखिरी बार मोबाइल से की फोन काॅल में कहा था कि जल्दी आ जाओ, मेरी जान खतरे में है…दो बाइकों पर सवार लोग मुझे मार डालेंगे…।’ पुलिस ने जब इसकी जानकारी मिली तो वह मौका ए वारदात पर पहुंची। वहां उसे जली कार में कंकाल बन चुका शव मिला। अगले दिन खबरें छपीं कि कारोबारी से 11 लाख रुपये लूटकर कार समेत जिंदा जला दिया। लेकिन तीन दिन बाद कहानी पूरी तरह से पलट गई। कारोबारी वारदात के बाद छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में जिंदा मिला। पुलिस टीम उसे गिरफ्तार कर हांसी ले आई। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने भी नमूने लिए और कार की हालत देखकर उन्हें शुरू से ही शक हो गया था यह किसी निजी स्वार्थ का मामला लग रहा है।

पुलिस पूछताछ में ड्रामे का अंत हुआ और कई चैंकाने वाले खुलासे हुए। दरअसल पुलिस को कारोबारी की कॉल डिटेल की जांच में उसकी एक महिला मित्र का नंबर ट्रैस हुआ। उसी से पूछताछ के बाद पुलिस कारोबारी को पकड़ने में सफल रही। जांच में पता चला कि डिस्पोजल फैक्ट्री संचालक राममेहर ने कुछ समय पहले 1.60 करोड़ की दो बीमा पॉलिसी करवाई थीं। उस पर अच्छा खासा कर्ज भी है, जिससे वह निजात पाना चाहता था। हरियाणा की पुलिस ने पड़ताल की कि कार में जला मिला शख्स कौन था? आशंका है कि शव किसी कोरोना मरीज का हो, जिसे पैसे लेकर खरीदा गया हो।

दिल्ली में दोस्ती होने पर लड़की के परिजनों ने युवक को मार डाला

राजधानी दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में 18 साल के एक लड़के की लड़की के परिजनों ने सिर्फ इसलिए हत्या कर दी क्योंकि वह उससे बात करता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक तीन दिन पहले इस लड़के की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक राहुल राजपूत नाम के लड़के की बुधवार रात पीट-पीटकर जान ले ली गयी। पुलिस की अभी तक की जाँच में सामने आया है कि एक लड़की से उसकी दोस्‍ती थी जिसके बाद उसे लड़की के परिजनों ने बहुत ज्यादा पीट दिया। लड़की अलग धर्म की थी, जिससे उसके परिजन नाराज थे। लड़की के कुछ रिश्‍तेदार राहुल से मिले और उसके ऊपर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। बेहोशी की हालत में उसे अस्‍पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
मामला दो धर्मों के बीच होने के कारण वहां अब अतिरिक्‍त पुल‍िस तैनात की गयी है। राकेश की पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि तिल्ली फटने से उसकी मौत हुई है। पुलिस जांच में सामने आया है कि राहुल की पड़ौस में रहने वाली एक लड़की से दोस्ती थी। जहांगीरपुरी की इस लड़की के घरवालों को यह पसंद नहीं था।
पुलिस का कहना है कि जिन लोगों ने राहुल पर हमला किया, उनमें लड़की का भाई मोहम्‍मद राज (20), रिश्‍तेदार मानवर हुसैन (20) और उसके तीन नाबालिग दोस्‍त शामिल हैं। तीनों पुलिस हिरासत में हैं। राहुल सेकंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था साथ ही अंग्रेजी की ट्यूशन भी देता था।
राहुल के पिता संजय राजपूत के मुताबिक, एक दिन पहले लड़की ने राहुल से मुलाकात की थी। उन्‍होंने यह भी कहा कि लड़की राहुल का कोरोना टेस्‍ट कराने साथ में गई थी। बेटे की मूत से दुखी संजय ने कहा – ‘अगर उस लड़की के परिवार को कोई दिक्‍कत थी मेरे बेटे को थप्‍पड़ मार लेते या हमें बताते। लेकिन उसे मारने से क्‍या होगा। मैं चाहता हूं कि जिन लोगों ने मेरे बेटे को मारा, वो जेल से कभी रिहा न हों।’

भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में फादर स्टेन को एनआईए ने किया गिरफ्तार

पुणे के भीमा कोरेगांव में 1 जनवरी 2018 को दलित और मराठा समुदायों के बीच हुई हिंसा मामले में अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 83 वर्षीय फादर स्टेन स्वामी को रांची से गिरफ्तार किया है। भीमा कोरेगांव हिंसा मामले की जांच कर रही एनआईए की टीम ने वीरवार रात स्टेन स्वामी को ‘बगईचा’ स्थित उनके दफ्तर से पकड़ा। पहले उन्हें हिरासत में रखकर पूछताछ की और बाद में गिरफ्तार कर लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वे दफ्तर के ही एक कमरे में अकेले रहते थे।
मूल रूप से केरल के रहने वाले 83 साल के स्टेन स्वामी पर आईपीसी की धाराओं के साथ आतंकवाद निरोधक क़ानून (यूएपीए) की धाराएं भी लगाई हैं। वे झारखंड में लंबे समय से आदिवासियों के अधिकारों के लिए काम करते रहे हैं। हालांकि स्टेन ने ऐसे सभी आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वे भीमा कोरेगांव गए ही नहीं।
स्टेन को आज एनआईए अदालत में पेश कर सकती है। इससे पहले भी इसी मामले में कई दिग्गज सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियो और प्रोफेसरों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।

अमेरिकी कवयित्री लुईस ग्लुक को 2020 का साहित्य नोबेल

अमेरिकी कवयित्री लुईस ग्लुक को 2020 के साहित्य नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। उनकी शानदार काव्य शैली के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया है जो व्यक्तिगत अस्तित्व को वैश्विक पहचान दिलाती है।

बता दें यह पुरस्कार कुछ कारणों से पिछले तीन साल से नहीं दिया जा रहा था और अब इसे दिया गया है। साल 2018 में यह पुरस्कार तब टाल दिया गया था जब स्वीडिश एकेडमी को लेकर यौन शोषण के आरोपों ने दुनिया भर में तहलका मचा दिया था। इसके बाद इसके सदस्यों को सामूहिक रूप से इस्तीफ़ा देने को मजबूर होना पड़ा था।

अब ग्लुक ने साहित्य में 2020 का नोबेल पुरस्कार जीता है। स्वीडिश एकेडमी ने गुरुवार को बताया कि नोबेल पुरस्कार के तहत स्वर्ण पदक, एक करोड़ स्वीडिश क्रोना (तकरीबन 8.20 करोड़ रूपये) की राशि दी जाती है। स्वीडिश क्रोना स्वीडन की मुद्रा है।

याद रहे यह पुरस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर दिया जाता है। स्टॉकहोम में स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस के पैनल ने विजेताओं की घोषणा की।

रामविलास पासवान का कल पटना में अंतिम संस्कार, नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान, जिनका गुरुवार रात निधन हो गया था, को विभिन्न नेताओं ने शुक्रवार को उनके दिल्ली स्थित आवास पर श्रद्धांजलि दी। इनमें प्रधानम्नत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई नेताओं ने  श्रद्धांजलि दी। उनकी देह को आज पटना ले जाय जाएगा, जहाँ शनिवार को उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

पासवान के निधन के बाद राष्ट्रपति भवन, संसद भवन पर राष्ट्र ध्वज को आधा झुका दिया गया है। पासवान 74 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से काफी बीमार थे। उन्हें देश के बड़े दलित नेताओं में एक माना जाता है। उनके निधन की खबर आते ही कई नेताओं ने शोक जताया जिनमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित कई नेता शामिल हैं।

उनके बेटे चिराग पासवान ने कल शाम ट्वीट करके उनके निधन की जानकारी दी थी।  पासवान के निधन की सूचना के बाद सियासी गलियारे में शोक की लहर है। उनके सम्मान में शुक्रवार को राजकीय शोक की घोषणा की गई है और इस दौरान तिरंगा आधा झुका रहेगा।

पासवान का पार्थिव शरीर सुबह दिल्ली स्थित उनके आवास पर पहुंच गया। पीएम मोदी ने उनके आवास पर पहुंचकर दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की और दुखी परिवार को ढांढस बंधाया। उनके साथ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी थे। मोदी ने उनके बेटे चिराग पासवान के कंधे पर हाथ रखकर ढांढस बंधाया। इस दौरान रामविलास पासवान की पत्नी भी वहां पर मौजूद थीं।

बता दें पासवान पिछले तीन दशक में कमोवेश हरेक सरकार में मंत्री रहे। उन्हें राजनीति का मौसम विज्ञानी भी माना जाता था। इस बार भी उनकी पार्टी एलजेपी बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा-जेडीयू गठबंधन के साथ चुनाव नहीं लड़ रही जिसके बाद कई कयास लगाए जा रहे हैं।

तब्लीगी जमात मामला -हाल के समय अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हुआ सबसे ज्यादा दुरुपयोग : सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हाल के दिनों में बोलने और अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार का ‘सबसे अधिक दुरुपयोग’ हुआ है। चीफ जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस ए एस बोपन्ना और जस्टिस वी रामा सुब्रमणियन की पीठ ने तब्लीगी जमात के मामले में मी​डिया की रिपोर्टिंग पर जमीयत उलेमा ए हिंद और अन्य की याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान यह तल्ख टिप्पणी की। इन याचिकाओं में आरोप लगाया गया कि कोविड-19 के दौरान हुए तब्लीगी जमात के कार्यक्रम पर मीडिया का एक वर्ग सांप्रदायिक विद्वेष फैला रहा था।

सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने इस मुद्दे पर केन्द्र के ‘कपटपूर्ण’ हलफनामे के लिए उसकी खिंचाई की। कोर्ट ने कहा कि हाल के दिनों में बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का ‘सर्वाधिक दुरुपयोग’ हुआ है। पीठ ने यह टिप्पणी तब की जब तब्लीगी जमात की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे ने कहा कि केंद्र ने अपने हलफनामे में कहा है कि याचिकाकर्ता बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन करने की कोशिश कर रहे हैं।  इस पर पीठ ने कहा, ‘वे अपने हफनामे में कुछ भी कहने के लिए स्वतंत्र हैं, जैसे की आप जो चाहें वह तर्क देने के लिए स्वतंत्र है।’

पीठ इस बात से नाराज हो गई कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव के बजाय एक अतिरिक्त सचिव ने हलफनामा दाखिल किया जिसमें तब्लीगी जमात मामले में मीडिया रिपोर्टिंग के संबंध में ‘गैरजरूरी’ और ‘अतर्कसंगत’ बातें लिखी हैं।  पीठ ने कहा, ‘आप कोर्ट के साथ ऐसा सुलूक नहीं कर सकते जिस तरह से आप इस मामले में कर रहे हैं।’

शीर्ष अदालत ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव को इस तरह के मामलों में मीडिया रिपोर्टिंग को रोकने के लिए पूर्व में उठाए गए कदमों का विस्तृत ब्योरा देने का निर्देश दिया है।

अदालत ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव नया हलफनामा दायर करें। अदालत ने मंत्रालय के सचिव से इस तरह के मामलों में अभिप्रेरित रिपोर्टिंग को रोकने के लिए पूर्व में उठाए गए कदमों का विस्तृत ब्यौरा देने को कहा। अब मामले की अगली सुनवाई दो सप्ताह बाद होगी।

दरअसल, अदालत में दायर की गई याचिकाओं में तब्लीगी जमात के खिलाफ फर्जी खबर प्रसारित करने और दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित मरकज की घटना को सांप्रदायिक रूप देने के साथ ही मुस्लिम समुदाय का चरित्र हनन किए जाने का आरोप लगाकर टीवी न्यूज चैनलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।

टीआरपी घोटाले का खुलासा किया मुंबई पुलिस ने, रिपब्लिक टीवी का भी नाम आया मामले में सामने

टीवी चैनलों की तरफ से टीआरपी बढ़ाने के लिए कई कुछ किया जाता है, लेकिन मुंबई पुलिस ने गुरूवार को खुलासा किया है कि उसने एक फ़र्ज़ी टीआरपी रैकेट का पर्दाफाश किया है। मुंबई पुलिस ने एक प्रेस कांफ्रेंस में तीन चैनलों रिपब्लिक भारत, बॉक्स सिनेमा और वक्त मराठी पर गंभीर आरोप लगाए हैं और कहा है कि ये टीवी चैनल कथित रूप से पैसा देकर टीआरपी मैनेज करने का काम कर रहे थे। पुलिस ने कहा कि  रिपब्लिक टीवी चैनल के डायरेक्‍टर के खिलाफ कार्रवाई और उसके खातों की जांच हो सकती है। इस घोटाले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक इस मामले में भादंसं की धाराओं 409, 420 के तहत मामला दर्ज किया गया  है। उधर रिपब्लिक टीवी ने कहा है कि वह मुंबई पुलिस के खिलाफ कदम उठाएगा, क्योंकि यह आरोप झूठे हैं।

पुलिस कमिश्नर ने न्यूज चैनलों पर चल रहे टीआरपी के एक बड़े खेल का खुलासा किया है। पुलिस ने कहा कि न्यूज चैनलों पर सुशांत के नाम पर प्रोपेगैंडा चलाया जा रहा था, साथ ही फॉल्स टीआरपी का रैकेट भी चल रहा है। चैनलों को खुफ़िआ डाटा बेचा गया। पुलिस ने कहा है कि चाहे कोइ कितना भी बड़ा होगा उसे क़ानून के सामने लाया जाएगा।

मुंबई पुलिस ने कहा कि पैसा देकर फॉल्स टीआरपी कराया जाता था। इस मामले में मुंबई पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है। मुंबई पुलिस का कहना है कि रिपब्लिक टीवी पैसा देकर टीआरपी खरीदता है। पुलिस ने दावा किया कि कुछ अनपढ़ लोगों के घर भी अंग्रेजी चैनल चलते थे। मुंबई पुलिस ने बताया कि हमें ऐसी सूचना मिली कि पुलिस के खिलाफ फेक प्रोपेगैंडा चलाया जा रहा है।

प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस के मुताबिक रिपब्लिक टीवी पैसा देकर टीआरपी बढ़ाता है. चैनल के डायरेक्‍टर के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। चैनल के खातों की जांच हो सकती है। पुलिस ने बताया कि उसने टीआरपी को कैलकुलेट करने वाली एजेंसी बीएआरसी (बार्क) से जुड़ी  हंसा नाम की एक एजेंसी पर शिकंजा कसा। देश भर में 3000 से ज्यादा पैरामीटर्स, मुंबई में तकरीबन 2000 पैरामीटर्स के मेंटेनेंस का जिम्मा बार्क से जुड़ी एजेंसी हंसा को दिया गया था जो टीआरपी के साथ छेड़छाड़ कर रही थी।

मुंबई पुलिस के मुताबिक जिन घरों में ये कॉन्फिडेंशियल पैरामीटर्स लगाए गए थे उस डेटा को किसी चैनल के साथ शेयर कर उनके साथ टीआरपी को छेड़छाड़ किया गया। इन घरों में एक खास चैनल को ही लगाकर रखने के लिए कहा गया था जिसके बदले में उन्हें पैसे दिए जाते थे। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया और अदालत में पेश किया गया।

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए शख्स के बैंक अकाउंट से तकरीबन 10 लाख और 8 लाख नगद बरामद किए गए हैं। तीन चैनलों की जानकारी मिली जिनमें से दो छोटे चैनल हैं। पुलिस ने बताया कि ये डेटा को कॉम्प्रमाइज और पैसा देकर टीआरपी को मैन्युपुलेट करने का काम कर रहे थे।

मुंबई पुलिस के मुताबिक विशेष चैनल को ऑन करने के लिए कहा जाता था।  अनपढ़ लोगों के घरों में इंग्लिश के चैनल को ऑन करने की भी डील की गई थी।  महीना फिक्स था। लोगों के घरों में पैसा देते थे। बीस  लाख रुपये एक अकाउंट से सीज किए गए। एक आदमी से 8 लाख कैश बैंक लॉकर से रिकवरी हुई है।

इस घोटाले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक इस मामले में भादंसं की धाराओं 409, 420 के तहत मामला दर्ज किया गया  है। उधर रिपब्लिक टीवी ने कहा है कि वह मुंबई पुलिस के खिलाफ कदम उठाएगा, क्योंकि यह आरोप झूठे हैं।

कोलकाता में भाजपा का प्रदर्शन

विधानसभा चुनाव को देखते भाजपा पश्चिम बंगाल में फिर सक्रिय हुई है। लोकसभा चुनाव बांछित नतीजे न मिलने से निराश भाजपा की नजर अब विधानसभा चुनाव पर है। गुरूवार को भाजपा ने राजधानी कोलकाता में ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का आयोजन किया है। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक भाजपा कार्यकर्ता वहां प्रदर्शन कर रहे हैं।

भाजपा का आरोप है कि पश्चिम बंगाल में उसके कार्यकर्ताओं की हत्याएं की जा रही हैं। इसके लिए वह टीएमसी के लोगों को जिम्मेवार बता रही है। हालांकि, टीएमसी इन आरोपों को मनघड़ंत बता चुकी है। अब भाजपा आज सड़कों पर उतरी है। उसका प्रदर्शन कोलकाता में चल रहा है जहाँ उसने पुलिस के लगाए बेरिकेड तोड़ने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस ने भीड़ तितर-बितर करने के लिए वॉटर केनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। भाजपा का आरोप है कि उसके लोगों पर पुलिस ने  लाठी चार्ज भी किया है।

भाजपा के इस प्रदर्शन के नेतृत्व कैलाश विजयवर्गीय कर रहे हैं। भाजपा के प्रदर्शन को देखते हुए विद्यागसागर सेतु और हावड़ा ब्रिज पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। इसके बाद वहां ट्रैफिक बंद हो गया है। ममता बनर्जी ने कोरोना इ कारण भाजपा को इस प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी थी। इसके बावजूद भाजपा प्रदर्शन कर रही है और पुलिस प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश कर रही है।

उधर विजयवर्गीय ने आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल सरकार भाजपा से डरती है और उसे शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोक रही है जो उसका बुनियादी लोकतांत्रिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि सीएम कह रही थीं कि भाजपा को लोकसभा चुनाव में कुछ नहीं मिलेगा लेकिन पार्टी ने 18 सीटें जीतीं। ‘हम विधानसभा चुनाव भी दो तिहाई बहुमत से जीतेंगे”।

वायुसेना दिवस पर हिंडन एयरफोर्स स्टेशन में रोमांचक प्रदर्शन, देखते रह गए वायुसेना शक्ति को लोग

गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन में गुरुवार को वायुसेना का 88वां दिवस शानदार तरीके से मनाया गया। आकाश मिसाइल, ध्रुव हेलिकॉप्टर, मिराज-2000, जगुआर, तेजस, सुखोई-30 एमकेआई, रोहिणी रडार सिस्टम, अपाचे हेलिकॉप्टर और सी-130जे सुपर हरक्यूलिस परिवहन विमान इस मौके पर शामिल हुए जबकि रफाल की उड़ान ने लोगों को सबसे ज्यादा रोमांचित किया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक एयर शो में सारंग हेलिकॉप्टर ने डॉल्फिन लीप का प्रदर्शन कर वहां उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। इससे पहले रफाल और तेजस ने उड़ान भरी।  रफाल को हाल में वायुसेना बेड़े में शामिल किया गया है। हिंडन एयरबेस पर उपस्थित लोगों को वायुसेना के जांबाजों ने अपने करतबों से रोमांचित कर दिया।

विंटेज विमान टाइगर मोथ के करतब भी कमाल रहे। इस मौके पर एयर चीफ एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि वह राष्ट्र को आश्वस्त करना चाहते हैं कि भारतीय वायु सेना विकसित होगी और देश की संप्रभुता और हितों की रक्षा के लिए सभी परिस्थितियों में कभी भी तैयार रहेगी।

आज काफी कार्यक्रम हुए। ट्राई कलर फार्मेशन में उतरते आकाशगंगा पैराजम्पर्स टीम के सदस्यों ने लोगों को मन मोह लिया। इस मौके पर आकाश गंगा टीम के जांबाज ने पैराजंपिंग की। समारोह में उन सभी विमानों को दिखाया गया को वायुसेना की ताकत और गुरूर हैं। इनमें रफाल, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग सिस्टम, चिनूक हेलिकॉप्टर, मिग-29, आकाश मिसाइल, ध्रुव हेलिकॉप्टर, मिराज-2000, जगुआर, तेजस, सुखोई-30 एमकेआई, रोहिणी रडार सिस्टम, अपाचे हेलिकॉप्टर और सी-130जे सुपर हरक्यूलिस परिवहन विमान शामिल हैं।

हिंडन एयरफोर्स स्टेशन में परेड ग्राउंड पर वायुसैनिकों ने कदमताल करते हुए सामंजस्य का परिचय दिया। आकाश में रफाल, तेजस और सुखोई ने अपना पराक्रम दिखाया। समारोह में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत, वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया, नेवी और थल सेना प्रमुख भी मौजूद रहे। नेवी चीफ एडमिरल कर्मवीर सिंह ने वायुसेना दिवस समारोह में  वायुसैनिकों को सलामी दी। वहीं, आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भी सलामी दी।