Home Blog Page 660

फिल्म फेयर में थप्पड़ सर्वश्रेष्ठ फिल्म, इरफान-तापसी पन्नू रहे बेस्ट एक्टर

कोरोना काल में हरचीजें बदल गई हैं। संक्रमण की रफ्तार ने भी बहुत से चीजें बदलने को मजबूर कर दिया है। एक तो लंबे समय तक फिल्में नहीं रिलीज हुईं तो दूसरी ओर इसके विकल्प भी मिल गए। ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिये कलाकारों और फिल्म जगत ने लोगों का मनोरंजन किया। राष्ट्रीय फिल्म अवॉर्ड के बाद अब 66वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स का एलान कर दिया गया है।
लॉकडाउन की वजह से कई फिल्में सिनेमाघरों की बजाय सीधे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुईं, जैसे- गुलाबो सिताबो, गुंजन सक्सेना और दिल बेचारा। फिल्म दिल बेचारा के लिए बेस्ट कोरियोग्राफी का अवॉर्ड फराह खान को मिला। इस फिल्म में दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने अभिनय किया था।  इसके अलावा गुलाबो सिताबो कई अवॉर्ड जीतने में कामयाब रही। तापसी पन्नू की थप्पड़ को बेस्ट फिल्म बनी साथ उनको सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का अवॉर्ड दिवंगत इरफान खान को फिल्म अंग्रेजी मीडियम के लिए प्रदान किया गया।
किसको कौन सा अवॉर्ड मिला
बेस्ट एक्शन- तानाजी: द अनसंग वॉरियर के लिए रमजान बुलुट और आरपी यादव
बेस्ट बैकग्राउंड स्कोर- थप्पड़ के लिए मंगेश उर्मिला धाकड़े
बेस्ट सिनेमैटोग्राफी- गुलाबो सिताबो के लिए अविक

भारत ने इंग्लैंड को एक दिवसीय सीरीज में भी हराया, अंतिम मैच 7 रन से जीता, इंग्लैंड का सफाया

रोमांचक तीसरे वन डे में इंग्लैंड को आखिरी गेंद में 7 रन से हराकर भारत ने इंग्लैंड से तीन मैचों की एक दिवसीय सीरीज 2-1 से जीत ली। भारत ने पहले बल्लेबाजी करके ऋषभ पंत के 78, शिखर धवन के 67 और हार्दिक पांडया के 64 रन की बदौलत 329 रन बनाये और इंग्लैंड सैमकरन की शानदार बल्लेबाजी के बावजूद आखिर में ज्यादा रन नहीं बना पाने के कारण यह मैच 7 रन से हार गया।
एक मौके पर लग रहा था कि इंग्लैंड यह मैच जीत जाएगा क्यंकि सैमकरन जबरदस्त बल्लेबाजी कर रहे थे। लेकिन 18वें ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने ज्यादा रन नहीं दिए जिससे इंग्लैंड के ऊपर दबाव बन गया। इसके बाद 19वां ओवर फेंकने के लिए कप्तान विराट कोहली ने हार्दिक पांड्या को बुलाया जिन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए दो बार बल्लेबाजों को बीट किया लेकिन दोनों बार उनका कैच छूट गया।
आखिरी ओवर फेंकने के लिए जब टी नटराजन को विराट ने गेंद दी तो इंग्लैंड को जीतने के लिए 14 रन चाहिए थे लेकिन नटराजन ने शानदार गेंदबाजी करते हुए मैच भारत की झोली में डाल दिया। इस ओवर में वुड हार्दिक की शानदार थ्रो के कारण रन आउट हो गए।
पहले बल्लेबाजी करते हुये भारत ने 50 ओवर में ऋषभ पंत के 78, शिखर धवन के 67 और हार्दिक पांडया के 64 रन की बदौलत 329 रन बनाये। इस तरह इंग्लैंड को 330 रन का लक्ष्य मिला। जबाव में इंग्लैंड ने 257 रन तक 8 विकेट खो दिए थे। लेकिन इसके बाद सैमकरन ने धुआंधार बल्लेबाज़ी से व्हार्टिया खेमे में चिंता पैदा कर दी। कोच रवि शास्त्री भी परेशान दिखे और अपनी जगह खड़े होकर टहलने लगे।
सैमकरन ने 83 गेंदों में शानदार 95 रन बनाये। वुड ने उनका लम्बे समय तक साथ दिया। मलान ने 50 और लिविंगस्टोन ने 36 रन बनाये।
भारत के लिए शार्दुल ठाकुर ने 4, भुवनेश्वर कुमार ने 3 और नटराजन ने एक विकेट लिया। पांड्या ने 4 ओवर में महज 29 रन दिए। इस तरह इंग्लैंड से भारत ने टेस्ट, वन डे और टी-20 तीनों श्रृंखलाएं जीत लीं।

बाइडन ने जलवायु परिवर्तन पर 40 दिग्गज नेताओं को न्योता भेजा -मोदी, पुतिन और जिनपिंग भी वर्चुअल बैठक में करेंगे शिरकत

जलवायु परिवर्तन पर होने वाली ग्लोबल क्लाइमेटसमिट के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन नेप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत दुनिया के 40 बड़े नेताओं को न्योताभेजा है। इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भी आमंत्रित किया गया है। 

दुनिया भर में कोरोना संकट के साथ ही जलवायु परिवर्तन भी गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। इसपर चर्चा के लिए बाइडन की ओर से ग्लोबल क्लाइमेटसमिट का आयोजन किया जा रहा है। समिट 22 और23 अप्रैल को ऑनलाइन होनी है। व्हाइट हाउस से जारी बयान में कहा गया है कि ग्लासगो में नवंबर में हुएयूनाइटेड नेशंस क्लाइमेट चेंज कॉन्फ्रेंस की दिशा में यहएक अहम कदम होगा।

व्हाइट हाउस ने नेताओं से आग्रह किया कि वे समिट कोइस अवसर के रूप देखें कि उनका देश कैसे दुनिया कीमजबूत जलवायु महत्वाकांक्षा में योगदान दे सकता है।बयान में कहा गया है कि समिट में बड़ी संख्या मेंव्यापारिक और नागरिक समाज के नेता भी हिस्सा लेंगे। जो भी जलवायु परिवर्तन की दिशा में काम कर रहे हैं, वे इसमें शामिल होंगे।

इस अहम सम्मेलन में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटेन केप्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन समेत यूरोप के कई नेताओं को भी सम्मिलित होने के लिए न्योजा भेजा है। सऊदीअरब के किंग सलमानबिनअब्दुल अजीज, ब्राजील केराष्ट्रपति जायर बोलसोनारो और तुर्की के राष्ट्रपतिरेसेप तैयब एर्दोगन भी शामिल होंगे।
समिट में जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए कईबड़े निर्णय लिए जा सकते हैं। समारोह के जरिएअमेरिका जीवाश्म ईंधन से होने वाले जलवायु प्रदूषणको कम करने के लिए अहम कदम उठा सकता है। समिट में जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से जीवन औरआजीविका की रक्षा करने की क्षमता को मजबूत करनेके अवसरों पर चर्चा होगी। इसके अलावा इसकी चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर चर्चा होगी।

एयर इंडिया का या तो निजीकरण होगा या फिर पूरी तरह बंद: उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी

नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने आज कहा कि एयर इंडिया का “100 प्रतिशत विनिवेश” होगा और उसे “नया ठिकाना ढूंढना होगा.” उन्होंने कहा कि भावी खरीदारों को अपनी बोली लगाने के लिए 64 दिन का समय दिया गया है।

उनहोने यह भी कहा कि “हमने फैसला किया है कि एयर इंडिया में 100 प्रतिशत विनिवेश होगा। यह विकल्प विनिवेश और गैर-विनिवेश के बीच नहीं है। यह विनिवेश और बंद होने के बीच है। एयर इंडिया पर्स्ट क्लास रेटेड संपत्ति है, लेकिन उस पर ₹ 60,000 करोड़ रुपये का कर्ज है। हमें उसे साफ-सुथरा करना है।” उन्होंने कहा, “उसे नया ठिकाना ढूंढना ही होगा।”

हरदीप सिंह पुरी ने बताया ‘‘हमारे पास कोई विकल्प नहीं है या तो हमें इसका निजीकरण करना होगा या इसे बंद करना होगा। एयर इंडिया अब पैसा बना रही है, लेकिन हमें अभी भी प्रतिदिन 20 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। कुप्रबंधन की वजह से एयर इंडिया का कुल कर्ज 60,000 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है.”

गौरतलब है कि एयर इंडिया सरकार की अकेले की मिल्कियत है।  वह इसमें अपनी 100 की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए खरीदार तलाशने में लगी है। 2007 में इंडियन एयरलाइंस का एयर इंडिया में विलय कर दिया गया था, जो उस समय लाभ में चल रही थी, उसके बाद यह घाटे में डूबती गयी।

कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुये, उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को टाला जा सकता था

देश में कोरोना बढ़ रहा है ये बात तो जगजाहिर , लेकिन कोरोना को लेकर लोगों में ना तो किसी प्रकार का भय देखा जा रहा है और ना ही चिंता। तहलका संवाददाता में हुई बातचीत में उत्तर प्रदेश के लोगों का कहना है कि कोरोना भी गजब का है, जहां पर चुनाव होते है वहां पर कोरोना नहीं होता है।

उत्तर प्रदेश बुलंदशहर निवासी संतोष कुमार ने बताया कि पांच राज्यों में विधान सभा के चुनाव चल रहे है। जमकर भीड़ हो रही है। कोई सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं हो रहा है। अब उत्तर प्रदेश में भी 15 अप्रैल से पंचायत चुनाव होने है। यानि गांव-गांव में भीड़ होनी लाज़मी है,  चुनाव में सोशल डिस्टेसिंग की उम्मीद करना ही बेमायने है। बुन्देलखण्ड़ के हिस्से वाले उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव 15 अप्रैल को है।

यहां के निवासी राजेश राय ने बताया कि सरकार कोरोना को लेकर गंभीर नहीं है यानि की कोरोना है, कि नहीं। क्योंकि चुनाव में तो सारे नियम कायदे एक कोने में रख दिये जाते है। मतलब चुनाव में भीड़ ही भीड़ होगी। यहां के निवासी चन्द्रपाल सिंह का कहना है कि अगर सरकार कोरोना काल में चुनाव करा रही है। तो समझों कि कोरोना एक दिखाने और डराने की बीमारी है। अगर ये बीमारी सच मायने में घातक होती तो चुनाव कराने की क्या आवश्यकता थी।

जानकारों का कहना है  माना कि विधानसभा चुनाव के रास्ते सरकार बनती है। लेकिन पंचायत चुनाव की गांव के विकास में अहम् भूमिका होती है। लेकिन सरकार तो नहीं बनती है। यानि की चुनाव को कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुये चुनाव को टाला जा सकता था। बताते चलें पांच राज्यों के चुनाव परिणाम 2 मई को घोषित किये जायेगे और उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव भी 2 मई को ही घोषित किये जायेगे। तब भी काफी भीड़ चुनाव जीत हार के दौरान देखी जायेगी जो कोरोना के गाइड का पालन नहीं कर सकते है। इस तरह की घटना ही कोरोना को बढ़ाने में अहम् भूमिका निभा सकती है।

निकिता हत्याकांड के दोनों दोषियों को उम्रकैद की सजा

फरीदाबाद के पास बल्लभगढ़ के बहुचर्चित निकिता तोमरहत्याकांड मामले में शुक्रवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने दोनों दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। तौसीफ और उसके दोस्त रेहान को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच अदालत में पेश किया गया था। सजा के ऐलान से पहले फरीदाबाद में अदालत परिसर को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया था ।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सरताज बासवाना की फास्ट ट्रैककोर्ट ने दोषी करार दिए गए तौसीफ और रेहान को उम्रकैद की सजा सुनाई। दोनों को 24 मार्च को ही दोषी करार दिया गया था। हथियार मुहैया कराने वाले तीसरे आरोपी अजरुद्दीन कोसबूतों के अभाव में बरी कर दिया था। इस मामले में कुल 57 गवाही हुई थी। हत्या के 11 दिन बाद ही फरीदाबाद पुलिस ने अदालत में चार्जशीट दायर कर दी थी।
सजा के बाद निकिता के पिता मूलचंद तोमर ने कहा कि अदालत के फैसले का स्वागत है, लेकिन वो दोषियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगे।वहींनिकिता की माता विजयवती ने कहा कि दोनों दोषियों को फांसी की सजा होनी चाहिए थी।बीकॉम ऑनर्स की छात्रा निकिता की पिछले साल 26 अक्तूबर को अग्रवाल कॉलेज के सामने गोली मारकर हत्याकर दी गई थी। हत्या की साजिश का आरोप सोहना निवासी तौसीफ, नूंह निवासी रेहान और अजरुद्दीन पर लगा था, जिसके बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया था। हत्या के दौरान परिजनों ने लगाया था कि आरोपी उनकी बेटी का धर्म परिवर्तन करा कर शादी करना चाहते थे, लेकिन जब वह नहीं मानी तो उसकी हत्या कर दी गई। जबकि मामला प्रेम प्रसंग का बताया जा रहा था।

 

पैरामेडिक कर्मचारियों का विरोध -प्रदर्शन

कोरोना काल में अपनी जान पर खेलकर रात दिन लोगों के स्वास्थ्य के लिये काम करने वाले पैरामेडिकल के कर्मचारियों ने दिल्ली सरकार के सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल जीबी पंत अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर अस्पताल के डायरेक्टर डाँ अनिल कुमार के खिलाफ नारे बाजी।

प्रदर्शन का नेतृत्व पैरामेडिकल कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष भरतवीर ने कहा कि अजीब विडम्बना है कि अस्पताल में ठेकादारी प्रथा को बढ़ावा दे रही है। सरकार दिन व दिन निजीकरण करती जा रही है। जो सालों -साल से काम कर रहे है। उनमें से कई कर्मचारियों का वेतन भुगतान तक नहीं हुआ है। महासचिव हरीमोहन शर्मा ने कहा कि सरकार नई नुक्तियां निकाल नहीं रही है। स्टाफ की कमी है।

स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को स्वास्थ्य लाभ तक नहीं मिल पाता है। प्रमोशन लटके हुये है। रिटायर्ड कर्मचारियों को फिर से उसी नौकरी पर ऱख कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। पदाधिकारी विजय ने बताया कि अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाये लड़खड़ा रही है। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुये शासन –प्रशासन से कहां कि अगर मांगों को नहीं माना गया तो आंदोलन अब तेज होगा।

मास्क पर हो रही सखती पर पुलिस नाकाम, कमजोर लोगों का चालान काट कर रही परेशान

देश की राजधानी में भले ही, दिल्ली पुलिस बिना मास्क लगाये खूम रहे लोगों का 2 हजार रूपये का चालान काट रहे हो, पर हकीकत में पुलिस इस मामले में अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं निभा रही है। आलम ये है दिल्ली में छोटे से लेकर बड़ा व्यापारी और फुटफाथों पर लगे बाजारों में ज्यादात्तर व्यापारी बिना मास्क लगाये कोरोना गाइड लाइन का पालन  तक नहीं कर रहे है।

पुलिस इन व्यापारियों की तरफ  देखती तक नहीं है। व्यापारी बिना मास्क के खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रही है।वहीं गरीबों को, जिनके पास 2 हजार रूपये तक नहीं होते है। अगर वे मास्क नाक के नीचे लगाये मिल जाते है तो उनका 2 हजार रूपये का चालान काट देती है।

ऐसा मामला आज दिल्ली के कनाँट पैलेस में देखने को मिला 45 वर्षीय युवक अपने मोबाइल पर बात करता जा रहा था तभी पुलिस वालों ने रोक कर कहा कि दिल्ली में कोरोना फैल रहा है। आप मास्क भी सही तरीके से नहीं लगाये है अब चालान के तौर पर 2 हजार रूपये लगेगें। युवक को पुलिस के पास देखते हुये लोगों का जमावड़ा लग गया।

युवक ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के कन्नौज से किसी काम से आया था। मास्क भी लगा रखा है। लेकिन बात करते करते मास्क मुंह से नीचे आ गया। युवक रमेश ने तामाम विनती की पर पुलिस ने एक ना मानी और चालान काट दिया। ऐसे ना जाने कितने लोगों का पुलिस चालान काट रही है।ऐसे में भीड़ में खड़े लोगों ने पुलिस वालों को बताया कि दुकानदार और फुटपाथ वालों का चालान क्यों नहीं काटा जा रहा है जो बिना मास्क के तामाम कोरोना विरोधी नियमों का पालन तक नहीं  कर रहे है पुलिस भी चुपचाप सुनती रही ।

लोगों का कहना है कि पुलिस वाले दिखावे के तौर पर गरीबों और कमजोर लोगों का चालान काट कर अपनी जिम्मेदारी समझ रही है। लेकिन हकीकत में ये मामला पुलिस और व्यापारियों के बीच परस्पर सौहार्थ की दिखता है। ऐसे में बस पिसता है तो गरीब बस गरीब। पुलिस भी अपनी ड्यूटी समझ कर अपना काम कर रही है।लेकिन दिल्ली में इस तरह के इस तरह के रवैया का लोगों में बड़ा रोष है।

मुंबई : अस्पताल में लगी आग में 10 की मौत

मुंबई के भांडुप स्थित सनराइज मॉल की तीसरी मंजिल में बने कोविड-19 अस्पताल में गुरुवार देर रात लगी आग में अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है। आधी रात लगी आग पर पूरी तरह काबू लम्बा वक्त लग गया। इस बीच मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने घटनास्थल का दौरा किया है साथ ही इस घटना पर माफी माँगी है।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने इस दौरान हादसे के कारणों की जानकारी ली। उन्होंने मृतकों के परिजनों से शोक प्रकट किया। सीएम ने कहा, ‘कोरोना के दौरान जरूरत के हिसाब से अस्पताल बनाए गए थे। अस्पताल नियमों के मुताबिक ही चल रहा था और इसे चलाने के लिए 31 मार्च तक की एनओसी दी गई थी। अस्‍पताल में जो घटना हुई है वह दुखी करने वाली है। हम उन लोगों को नहीं बचा सके जो कोरोना का इलाज कराने के लिए वेंटिलेटर पर थे।’
भांडुप स्थित कोविड अस्‍पताल में बीती रात लगी आग पर  दिन में जाकर काबू पाया जा सका। आग की चपेट में आने से अब तक 10 मरीजों की मौत हो चुकी है जबकि जले मलबे में खोज की जा रही है। बीएमसी ने जांच के आदेश दिए हैं कि मॉल के ऊपर अस्पताल कैसे बना और इस घटना के पीछे कौन जिम्मेदार है।
जब अस्‍पताल में आग लगी, उस वक्‍त वहां पर 78 से अधिक मरीज मौजूद थे। आग पर काबू पाने के लिए 20 से अधिक फायर ब्रिगेड गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।  अस्‍पताल में मौजूद सभी मरीजों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया गया है।

मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के भारत बंद का देश भर में व्यापक असर  

मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के ‘भारत बंद’ का देश भर में व्यापक असर दिखा है। रेल सेवाओं  से लेकर परिवहन और व्यापार पर इसका बड़े पैमाने पर प्रभाव पड़ा है। दिल्ली, अंबाला और फिरोजपुर डिवीजन में किसान 30 से अधिक स्थानों पर रेल पटरियों पर बैठे रहे। बंद के कारण 31 ट्रेनें प्रभावित हुई जबकि 4 शताब्दी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया। बंद शाम छह बजे तक चलेगा।
संयुक्त किसान मोर्चे ने दावा किया है कि बंद संपूर्ण रहा है। मोर्चे का दावा है कि संपूर्ण भारत बंद के तहत सभी दुकानें, मॉल, बाजार और संस्थान बंद हैं। सभी छोटे और बड़े मार्ग अवरुद्ध किए गए हैं और ट्रेनों को रोका गया है। एंबुलेंस और अन्य आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं बंद हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक किसानों के ‘भारत बंद’ के तहत भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सदस्यों ने शुक्रवार सड़कें जाम कर दीं। प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली-सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग और मुज़फ्फरनगर-देवबंद मार्ग जाम किया। बंद का आह्वान दिल्ली से लगी तीन सीमाओं-सिंघू, गाजीपुर और टीकरी पर किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर किया गया है। कुछ जगह किसान नेताओं को गिरफ्तार भी किया गया है।
भारत बंद का असर कई राज्यों में दिखाई दिया। पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष समिति के सदस्यों ने अमृतसर-दिल्ली रेलवे लाइन को जाम कर दिया। समिति सदस्य रेलवे पटरियों पर बैठे जिस कारण इस मार्ग पर रेल का परिचालन ठहर गया। देश के किसान मांग कर रहे हैं कि केंद्र सरकार हाल ही में पास हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस ले।
उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया – ‘सुबह नौ बजे आंदोलनकारी किसान 32 स्थानों पर बैठे देखे गए। कुल 31 ट्रेनों को रोका गया है। चार शताब्दी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने दिल्ली के सिंघू, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर सुबह छह बजे से लेकर शाम छह बजे तक बंद का आह्वान किया है।
पंजाब और हरियाणा में कई राष्ट्रीय राजमार्गों, प्रमुख सड़कों और कुछ रेलवे पटरियों पर किसान एकत्र हुए। सुरक्षा उपायों के तहत दोनों राज्यों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। किसान बठिंडा, लुधियाना, अमृतसर, पटियाला, मोहाली, रोहतक, झज्जर और भिवानी जिलों सहित दोनों राज्यों में कई जगहों पर कई राजमार्गों और सड़कों पर एकत्र हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने पंजाब और हरियाणा में 32 स्थानों पर रेल पटरियों को अवरूद्ध कर दिया, जिससे रेल यातायात बाधित हुआ।