लॉकडाउन के बीच बैंकों का सैकड़ाें करोड़ लेकर मालिक समेत तीन के विदेश भाग जाने ने मोदी सरकार पर फिर कई सवाल खड़े कर दिये हैं। इतना ही नहीं, एसबीआई ने करीब चार साल बाद इस मामले में अब सीबीआई से शिकायत की है। सीबीआई ने राम देव इंटरनेशनल व उसके तीन प्रमोटर के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सीबीआई अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) द्वारा इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराए जाने से पहले ही ये देश से भाग चुके हैं। बता दें कि राम देव इंटरनेशनल के तीन प्रमोटर एसबीआई की अगुवाई वाले छह बैंकों के गठजोड़ के साथ 411 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बाद देश से फरार हो चुके हैं। राम देव इंटरनेशनल बासमती चावल के निर्यात का कारोबार करती है।
एसबीआई ने आरोप लगाया है कि इन लोगों ने उसको 173 करोड़ रुपये का चूना लगाया है। शिकायत में कहा है कि कंपनी की करनाल जिले में तीन चावल मिलें, आठ छंटाई और ग्रेडिंग इकाइयां हैं। कंपनी ने व्यापार के लिए सऊदी अरब और दुबई में कार्यालय भी खोले हुए हैं। एसबीआई के अलावा कंपनी को कर्ज़ देने वाले बैंकों में केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आईडीबीआई, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और कॉरपोरेशन बैंक शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते अभी तक इस मामले में छापेमारी की कार्रवाई नहीं की गई है। सीबीआई ने हाल में पश्चिम एशियाई देशों और यूरोपीय देशों को बासमती चावल का निर्यात करने वाली कंपनी और उसके निदेशकों नरेश कुमार, सुरेश कुमार और संगीता के खिलाफ एसबीआई की शिकायत पर मामला दर्ज किया है।
सीबीआई इस मामले में आरोपियों को समन की प्रक्रिया शुरू करेगी। अधिकारियो ने कहा कि यदि आरोपी जांच में शामिल नहीं होते हैं, तो उनके खिलाफ उपयुक्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एसबीआई की शिकायत के अनुसार इस कंपनी का खाता 27 जनवरी, 2016 को एनपीए घोषित कर दिया गया था।