हाथरस : योगी सरकार ने 5 पुलिसवाले निलंबित किये, प्रियंका ने कहा कुछ मोहरों के सस्पेंशन से क्या होगा?

देश भर में बढ़ रहे गुस्से और दबाव के आगे झुकते हुए आखिर योगी सरकार ने हाथरस गैंगरेप मामले में 5 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। एसआईटी की प्राथमिक जांच के आधार पर यह कार्रवाई की गयी है। इसके साथ ही दोनों पक्षों समेत अधिकारियों का भी नार्को टेस्ट कराया जाएगा। उधर इस मामले को जोर शोर से उठा रहीं कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने सरकार पर निशाना साधा है और कहा कि कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा?

प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर समेत 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में योगी सरकार की बहुत फजीहत हुई है और उसकी छवि को जबरदस्त धक्का लगा है।

जिन पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है उनमें हाथरस के एसपी विक्रांत वीर, सीओ राम सबद, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, एसआई जगवीर सिंह और हेड कांस्टेबल महेश पाल शामिल हैं। एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार की इस कार्रवाई के बाद विनीत जायसवाल को हाथरस का नया एसपी बनाया गया है।

इस बीच पुलिस अधिकारियों के निलंबन के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने  योगी सरकार पर हमला करते हुए ट्वीट में कहा – ‘कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? पीड़िता के परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया ? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएं’। इसके अलावा कांग्रेस नेता ने हाथरस दुष्कर्म मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का इस्तीफा भी मांगा है।

इस बीच हाथरस मामले में पहले से दबाव झेल रहे सीएम योगी की मुश्किलें अब उनकी अपनी पार्टी के ही नेता बढ़ाने लगे हैं। भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बड़ा बयान देते हुए कहा – ‘हमने रामराज्य लाने का दावा किया है, लेकिन इस घटना में पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से आपकी (योगी आदित्यनाथ), यूपी सरकार और भाजपा की छवि पर आंच आई है।’

घटना को लेकर शुक्रवार शाम उमा भारती ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए।  भारती ने सीएम योगी से अपील की कि वे मीडियाकर्मियों और राजनीतिक दलों के लोगों से पीड़ित परिवार से मिलने दें। याद रहे सरकार ने वहां राजनीतिक लोगों और मीडिया के जाने पर पाबंदी लगा राखी है, जिससे संदेह और गहरा गया है। उमा ने कहा कि कोरोना से स्वस्थ होकर वे पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस जाएंगी।

उमा ने ट्वीट में लिखा – ‘मैंने हाथरस की घटना के बारे में देखा। पहले तो मुझे लगा कि मैं न बोलू क्योंकि आप इस संबंध में ठीक ही कार्यवाही कर रहे होंगे। किंतु जिस प्रकार से पुलिस ने गांव की और पीड़ित परिवार की घेराबंदी की है, उसके कितने भी तर्क हों लेकिन इससे विभिन्न आशंकाए जन्मती हैं। वह एक दलित परिवार की बिटिया थी। बड़ी जल्दबाजी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार और गांव की पुलिस ने घेराबंदी कर दी है। मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नहीं है की एसआईटी जांच में परिवार किसी से मिल भी न पाए। इससे तो एसआईटी की जांच ही संदेह के दायरे में आ जाएगी।

प्रियंका गांधी का ट्वीट –
Priyanka Gandhi
योगी आदित्यनाथ जी कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएँ। मुख्यमंत्रीजी अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है योगीआदित्यनाथ इस्तीफा दो।