महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर गरमाने लगी है। महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने शिवसेना के दोनों गुटों को नोटिस जारी किया है। इन सभी से एक हफ्ते के भीतर जवाब मांगा गया है।
स्पीकर की तरफ से नोटिस भेजने की कार्यवाही उनके उस बयान के एक दिन बाद हुई है जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें भारत चुनाव आयोग से शिवसेना के संविधान की एक प्रति मिल गई है। शिंदे सहित 16 शिवसेना विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिकाओं पर सुनवाई जल्द शुरू होगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक नार्वेकर ने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के 40 विधायकों और उद्धव ठाकरे खेमे के 14 विधायकों को नोटिस जारी कर अयोग्यता पर जवाब मांगा गया है। याद रहे एक हफ्ता पहले ही शरद पवार से अलग होकर उनके भतीजे अजित पवार अपने आठ अन्य साथी विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे।
अब शिंदे गुट के सभी विधायकों से उनके खिलाफ दायर अयोग्यता याचिकाओं पर जवाब मांगा गया है। स्पीकर के मुताबिक इन विधायकों से जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है। एक विधायक शिवसेना (यूबीटी) की रुतुजा लाटके को नोटिस में शामिल नहीं किया गया है। वह एक साल पहले शिवसेना में टूट के बाद विधायक निर्वाचित हुई थीं।
याद रहे उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट का रुख कर उससे विधानसभा अध्यक्ष को अयोग्यता याचिकाओं पर जल्द सुनवाई करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था। स्पीकर नार्वेकर को आड़े हाथ लेते हुए उद्धव गट के नेता अरविंद सावंत ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने पिछले दो महीने में (अयोग्यता याचिकाओं पर) कुछ नहीं किया, इसी वजह से हमने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया जिसके कारण ही उन्होंने ये नोटिस जारी किया है।