पंजाब के बठिंडा-भुच्चो मंडी रोड पर एक निजी अस्पताल के पास मिनी ट्रक का टायर फट जाने से वह डिवाइडर से टकरा गया। यहां काम करने वाले हरदीप सिंह की छाती में चार इंच चौड़ी और छह फुट लंबी लोहे की रॉड सीने के आर-पार हो गई। गनीमत रही कि उसे समय से तत्काल अस्पताल पहुंचाकर इलाज शुरू कर दिया गया। वीरवार दोपहर हुए इस भयानक हादसे में उसकी जान बच गई। डॉक्टरों ने करीब साढ़े चार घंटे के आपरेशन के बाद उसकी छाती से रॉड निकाल दी। हादसे के बाद से अस्पताल में ऑपरेशन होने तक हरदीप सिर्फ वाहेगुरु-वाहेगुरु जपते रहे। इलाज के बाद बाद हरदीप बेहतर महसूस कर रहे हैं।
अबोहर के रहने वाले हरदीप सिंह अस्पताल के पास से टाटा एस से जा रहे थे। इसी बीच, टाटा एस का टायर फट गया और लोहे की करीब चार इंच मोटी रॉड उसके सीने से आर-पार हो गई। सीने पार हुई रॉड समेत हरदीप को अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके सीने में घुसी रॉड को देखकर सभी हैरान थे। अस्पताल के सर्जरी के माहिर डॉक्टर सौरभ ढांडा द्वारा उसे तुरंत इमरजेंसी में दाखिल किया गया।जब हरदीप सिंह को अस्पताल लाया गया। हादसे के बारे में हरदीप सिंह ज्यादा कुछ नहीं बता पाया। उसे सिर्फ इतना ही याद था कि हादसा टाटा एस से हुआ।
42 साल के हरदीप सिंह के सीने के आर-पार लोहे के रॉड हादसे का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। उनकी हालत देखकर मौके पर मौजूद लोगों का दिल दहल गया, लेकिन हिम्मत जुटाकर लोगों ने दर्द से कराह रहे हरदीप को तुरंत पास के अस्पताल पहुंचाया। विशेषज्ञों ने पहले कटर से हरदीप के सीने के आर-पार हुई रॉड को काटा गया। इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया। रॉड दिल से महज आधा सेंटीमीटर दूर थी। डॉक्टरों का कहना है कि अगर दिल को कुछ नुकसाना हो जाता तो बचाना मुश्किल हो जाता।
करीब साढ़े 4 घंटे के ऑपरेशन के बाद डॉक्टर्स ने उसके सीने के आर-पार हुई रॉड को निकाला। रॉड की वजह से हरदीप की छाती में 4 इंच का छेद हो गया था। अब वह खतरे से बाहर है, लेकिन एहतियातन उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है।