दिल्ली के शाहीनबाद में जहां नागरिकता संशोधन आंदोलन को लेकर आंदोलन जबरदस्त तरीके से जारी है, वहीं तमिलनाड की राजधानी चेन्नई में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर बड़ा विरोध प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शनकारी चेपक स्टेडियम से सचिवालय की ओर मार्च कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तिरंगा थाम रखा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस प्रदर्शन की अपील इस्लामिक संगठनों ने की थी जिसमें हजारों की संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने शिरकत की। उन्होंने तमिलनाडु विधानसभा का घेराव करने के लिए कलाइवनार आरंगम से मार्च निकाला। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तिरंगा थाम रखा था। इस मार्च के दौरान आंदोलनकारी हाथों में पोस्टर लिए हुए थे। प्रदर्शनकारी सरकार से मांग कर रहे हैं कि राज्य सरकार विधानसभा में सीएए को लागू नहीं करने को लेकर प्रस्ताव पारित करे।
दिलचस्प यह भी है कि मद्रास हाईकोर्ट की तरफ से इस प्रदर्शन की अनुमति नहीं मिली थी। इसके बाद बुधवार को बड़ी तादाद में रैली निकाली गई। विधानसभा और रैली मार्ग के नजदीक सुरक्षा का तगड़ा इंतजाम किया गया है। राज्य के अन्य हिस्सों से भी सीएए विरोधी कई रैलियां आयोजित करने की सूचना है।
सचिवालय से पहले ही प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए भारी तादाद में पुलिस की तैनाती की गई। चेन्नई के ही वाशरमेनपेट में भी हज़ारों मुस्लिम महिलाओं का धरना बुधवार को छठे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शन के पत्राती संकल्प को देखते हुए चेन्नई के वाशरमेनपेट को ”चेन्नई का शाहीन बाग़” कहा जा रहा है।