‘सीएएए विरोधी’ पोस्ट वायरल होने के बाद पिता सौरव गांगुली ने कहा बेटी को राजनीति में न घसीटें

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की १८ साल की बेटी सना गांगुली की ”नागरिकता क़ानून विरोधी” एक इंस्टाग्राम पोस्ट का स्क्रीनशॉट वायरल होने के बाद पिता गांगुली ने गुरूवार को कहा कि ”यह सच नहीं है। उनकी बेटी को किसी भी तरह की राजनीति से अलग रखना चाहिये।”

इससे पहले सना की एक कथित पोस्ट वायरल हो गयी जिसमें उन्होंने मशहूर लेखक खुशवंत सिंह के उपन्यास ”द एंड आफ इंडिया” से कुछ पंक्तियां डाली हैं जो यह हैं –  ”नफरत की बुनियाद पर खड़ा किया गया आंदोलन लगातार भय और संघर्ष का माहौल बनाकर ही जीवित रह सकता है। जो यह सोचते हैं कि मुसलमान या ईसाई नहीं होने की वजह से वे सुरक्षित हैं तो वे मूर्खों की दुनिया में जी रहे हैं।”

अब यह पोस्ट सना के अकाऊंट से हटा ली गयी है, हालांकि इसके स्क्रीन शॉट लोग वायरल कर रहे हैं। उनकी इस पोस्ट को लेकर कई लोगों ने लिखा कि यह मोदी और नागरिकता क़ानून का विरोध है। सना की इस पोस्ट को लेकर तारीफ़ की गयी है और एक ने तो उन्हें अपनी ”फेवरेट स्टार किड” बताया।

हालांकि, पिता सौरव गांगुली ने अब संशोधित नागरिकता अधिनियम पर निशाना साधने वाली बेटी की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कहा कि ”उनकी बेटी को किसी भी तरह की राजनीति से अलग रखना चाहिये”। दिग्गज खिलाड़ी ने कहा – ”कृपया सना को इन सब मामलों से दूर रखे। वह पोस्ट सच नहीं है। वह बहुत छोटी है और राजनीति के बारे में कुछ नहीं जानती।’’

सना ने कथित तौर पर खुशवंत सिंह की पुस्तक के जिन शब्दों को यहाँ डाला है उसमें कहा गया है – ”संघ पहले ही से वामपंथी इतिहासकारों और पश्चिमोन्मुखी युवाओं को निशाना बना रहा है। कल स्कर्ट पहनने वाली महिलाओं, मांस खाने वाले लोगों, शराब पीने, विदेशी फिल्में देखने वालों से भी नफरत में बदल जायेगा। दंतमंजन की जगह टूथपेस्ट का इस्तेमाल करो, वैद्य की जगह एलोपैथिक डाक्टर के पास जाओ, जय श्रीराम का नारा लगाने की बजाय हाथ मिलाओ या चुंबन दो। कोई भी सुरक्षित नहीं है। अगर भारत को जिंदा रखना है तो हमें यह समझना होगा।’’

कहा गया है कि सना ने यही पंक्तियाँ २००३ में प्रकाशित खुशवंत सिंह की किताब ”द एंड आफ इंडिया” से हैं। वायरल पोस्ट के मुताबिक इस किताब के जो अंश सना ने साझा किए हैं। उसमें लिखा है, ”हर फांसीवाद शासन को अपने आदेशों का पालन करने के लिए समुदाय और समूहों की जरूरत होती है। मगर यह यहीं पर नहीं रुकता। घृणा के आधार पर तैयार आंदोलन डर और संघर्ष दिखाकर ही आगे बढ़ाया जा सकता है।”

सना के अकाऊंट पर अब यह पोस्ट नहीं दिख रही। हालांकि, इसके स्क्रीन शॉट वायरल किए जा रहे हैं। सौरव गांगुली ने हालाँकि इसे लेकर अब लोगों को अपील की है कि उनकी बेटी इसमें न घसीटा जाए।

सौरव गांगुली का ट्वीट –
Sourav Ganguly

@SGanguly99
Please keep Sana out of all this issues .. this post is not true .. she is too young a girl to know about anything in politics.