कांग्रेस जब महाराष्ट्र की सियासी उठापटक में फंसी हुई है तो मध्य प्रदेश में उसके बड़े नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर अपना बायो बदलकर सियासी गलियारों में भूकंप ला दिया है। सिंधिया, जो कुछ दिन पहले पीएम मोदी से मिले थे, ने अपने ट्विटर अकाउंट से खुद के कांग्रेसी होने का परिचय हटाकर अब खुद को सिर्फ ‘जनसेवक और क्रिकेट प्रेमी’ लिख दिया है। वैसे सिंधिया ने सफाई दी है कि उन्हें हैरानी है कि इस मामले को इस तरह तूल दिया जा रहा है।
सिंधिया के इस परिचय फेरबदल पर हंगामा इसलिए भी ज्यादा मचा है क्योंकि कहा गया है कि मध्य प्रदेश में उनके समर्थक विधायकों (जिनमें कुछ मंत्री भी हैं) ने भी अपना परिचय बदला है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। सिंधिया ने पहले ट्विटर प्रोफाइल में खुद के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद लिखा हुआ था। सिंधिया को लेकर कहा जाता रहा है कि वे पार्टी से कुछ मुद्दों पर नाराज हैं।
हालांकि इस बाबत ख़बरें आने के बाद सिंधिया ने सफाई देते हुए सभी अफवाहों को निराधार करार दिया है। सिंधिया ने कहा – ‘मुझे नहीं पता इसे इतना क्यों तूल दिया जा रहा है। मैंने एक महीने पहले ही इसे बदल दिया था क्योंकि लोग बोल रहे थे कि यह काफी लंबा है।” मध्य प्रदेश में कुछ विधायकों के कथित तौर पर गायब होने के सवाल पर सिंधिया ने कहा, सब बेकार की बात है। जो गायब है उसका नाम बताएं, मैं उससे आपकी बात कराउंगा।
यहाँ, यह गौरतलब है कि पिछले महीने सिंधिया ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को कुछ पत्र लिखकर बाढ़ प्रभावित किसानों की मदद और खस्ताहाल सड़कों के लिए जल्द काम करने का मुद्दा उठाया था। इसके बाद एक और पत्र में सिंधिया ने दतिया के लोगों की समस्याओं को सीएम कमलनाथ के सामने उठाया था। माना जाता है कि इन पत्रों पर कोइ कार्रवाई न होने और इसका जवाब तक नहींए से सिंधिया बहुत नाराज हैं।