Homeसहज अर्थात अविस्मरणीयसत्यजीत रे:सब्जेक्ट को थोड़ा चौंकाकर कैसे एक अनोखा प्रभाव पैदा किया जा सकता है, सत्यजीत रे की यह तस्वीर इसका उदाहरण है. मैंने अचानक कहा कि अच्छा मैं चलता हूं. रे ने मुझे देखने के लिए गर्दन घुमाई. मैं इसी पल के लिए तैयार खड़ा था.
सत्यजीत रे:सब्जेक्ट को थोड़ा चौंकाकर कैसे एक अनोखा प्रभाव पैदा किया जा सकता है, सत्यजीत रे की यह तस्वीर इसका उदाहरण है. मैंने अचानक कहा कि अच्छा मैं चलता हूं. रे ने मुझे देखने के लिए गर्दन घुमाई. मैं इसी पल के लिए तैयार खड़ा था.