सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर दायर की गयी सभी याचिकाएं गुरूवार को खारिज कर दीं। पांच जजों के बेंच ने कहा कि इन याचिकाओं में कोइ मेरिट नहीं है। हालांकि, अगर कोइ चाहे तो उसके लिए क्यूरेटिव पेटिशन का अवसर अभी है।
जानकारी के मुताबिक प्रधान न्यायाधीश एसए बोबड़े के चैम्बर में पांच जजों की पीठ के अन्य चार जज जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, अशोक भूषण, एस अब्दुल नज़ीर और संजीव खन्ना बैठे और मामले से संबंधित याचिकाओं पर विचार किया। इसके बाद बताया गया है कि पीठ ने महसूस किया कि इन याचिकाओं में मेरिट नहीं है। इस तरह इन्हें खारिज कर दिया गया है।
याद रहे सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले की सुनवाई करने वाली पांच जजों की बेंच के एक सदस्य चीफ जस्टिस रंजन गोगोई अब रिटायर हो चुके हैं। उनकी जगह पांच जजों का कोरम पूरा करने के लिए जस्टिस संजीव खन्ना को बेंच में शामिल किया गया था। इसी बेंच की तरफ से यह फैसला आया है।
गौरतलब है कि चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने नौ नवंबर को अयोध्या भूमि विवाद पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। वैसे मुस्लिम पक्षकारों में एक बड़ा धड़ा पुनर्विचार याचिका दायर करने का विरोध किया था। हालांकि दूसरे धड़े ने याचिका का समर्थन किया था।