विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने के लिए सरकार ७ से १३ मई के बीच ६४ उड़ानें संचालित करेगी। इनके जरिये करीब १४,८०० भारतीय वापस लाए जाएंगे। इनमें लंदन से दिल्ली का किराया ५० हजार रुपए जबकि ढाका से दिल्ली का १२ हजार रुपए होगा।
पहले दिन ७ मई को ९ देशों से २३०० लोग कोच्चि, कोझिकोड, मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, अहमदाबाद और श्रीनगर पहुंचेंगे। दूसरे दिन ८ देशों से करीब २०५० भारतीय चेन्नई, कोच्चि, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरू और दिल्ली आएंगे। तीसरे दिन ९ देशों से २०५० भारतीय मुंबई, कोच्चि, त्रिची, हैदराबाद, लखनऊ और दिल्ली आएंगे।
चौथे दिन ८ देशों से १८५० लोग त्रिवेंद्रम, कोच्चि, चेन्नई, त्रिची, मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद पहुंचेंगे। पांचवें दिन ९ देशों से २२०० लोग कोच्चि, कोझिकोड, चेन्नई, दिल्ली, अहमदाबाद, श्रीनगर और बेंगलुरू आएंगे। छठे दिन १० देशों से २५०० लोग हैदराबाद, दिल्ली, बेंगलुरू, श्रीनगर, अहमदाबाद और कोच्चि पहुंचेंगे जबकि सातवें दिन आठ देशों से १८५० लोग कोझिकोड, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद और अमृतसर आएंगे।
इन लोगों के भारत लौटने के लिए ये शर्तें जरूरी होंगी – लोगों को अपने खर्च पर कोरोना का टेस्ट कराना होगा और भारत आने से पहले टेस्ट सर्टिफिकेट अपने पास रखना होगा। सभी लोगों को प्लेन का किराया खुद ही देना होगा और वापसी के बाद १४ दिन तक क्वारैंटाइन रहना होगा। क्वारैंटाइन में रहने में आने वाला खर्च भी यात्रियों को ही देना होगा और सभी को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा।