हरियाणा के कुरुक्षेत्र के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने अपना आंदोलन वापस लेने का फैसला किया है। हरियाणा सरकार ने उनकी धान की फसल जल्द खरीदने की मुख्य मांग को मान लिया है जिसके बाद यह फैसला किसानों ने किया है। कोर्ट ने भी हरियाणा सरकार से कहा था कि किसानों के आंदोलन से राजमार्ग पर बने जाम को खुलवाए।
किसानों ने आंदोलन के चलते कुरुक्षेत्र हाईवे पर पिछले कई घंटे से लंबा जाम लग गया था। यातायात बाधित होने से लोगों को काफी दिक्कत महसूस हो रही थी। अब यह जाम जल्द ही खुल जाएगा। कोर्ट ने हरियाणा सरकार से कहा कि हाईवे को खुलवाया जाए, ताकि लोग बिना किसी बाधा के आवागमन कर सकें। कोर्ट ने कहा कि जनता को किसी तरह की कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।
खट्टर सरकार ने कहा है कि वह अनाज मंडियों से धान ले जाना शुरू करेगी। हालांकि, पहली अक्टूबर आधिकारिक खरीद की तारीख रहेगी। इसके अलावा प्रति व्यक्ति खरीद की सीमा 22 क्विंटल से बढ़ाकर 30 क्विंटल कर दी है।
याद रहे किसानों ने कुरुक्षेत्र के शाहाबाद शहर के पास हाईवे को बंद कर दिया था। अब सरकार ने उनकी धान की फसल जल्द खरीदने की मांग मान ली है, जिसके बाद किसान हाईवे से हटने के लिए राजी हो गए हैं।
किसानों को डर है कि उमस और बारिश से उनकी धान की फसल खराब न हो जाए। किसानों ने कहा कि उनके पास भंडारण की जगह नहीं है, इसलिए राज्य सरकार खरीद की तारीख आगे बढ़ानी चाहिए।