कृषि कानून के विरोध में देश भर के किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली आना चाहते है । भारतीय किसान संघ से जुड़े नेता धरमबीर सिंह ने तहलका संवाददाता को बताया कि कोरोना महामारी के नांम पर अगर दिल्ली सरकार और केन्द्र की भाजपा सरकार रोकना चाहती है। तो ये उनकी भूल है कि किसान रूक जायेगे। धरमबीर सिंह का कहना है कि किसानों को कोई रोक नहीं सकता है। क्योंकि आज जो किसानों ने प्रदर्शन कर हरियाणा के अंबाला , फरीदाबाद में किया है, उससे नेताओं को और पुलिस को समझ जाना चाहिये कि किसान अपने अधिकारों को लेकर आर –पार की लड़ाई भी कर सकते है।
किसानों का कहना है कि सरकार की तानाशाही अन्नदाताओं के साथ मंहगी पड़ेगी। किसान ने नोटबंदी से लेकर देश में कोरोना काल में मजबूती के साथ आर्थिक व्यवस्था से लेकर जीडीपी को मजबूती प्रदान की है। किसान नेता चन्द्रपाल सिंह का कहना है कि दिल्ली में किसान आकर सरकार की किसान विरोधी नीतियों का विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के नाम पर किसानों को आने नहीं दिया जा रहा है। जबकि चुनाव में रैलियों के दौरान जमकर भीड़ हुई है। उसी के कारण देश में कोरोना के मामले बढ़े है और मौतें भी। चन्द्रपाल सिंह का कहना है कि “नये –नये कानून लाकर किसानों को परेशान किया जा रहा है। जिससे आज देश का किसान परेशान है। किसानों ने भी ठाना है , किसान विरोधी सरकार को भगाना है। आज का उग्र प्रदर्शन इसी बात का निशाना है।”