आखिर समाजवादी पार्टी के नेता आज़म खान 27 महीने जेल में रहने के बाद शुक्रवार सुबह जेल से रिहा हो गए। उन्हें उच्चतम न्यायालय से गुरुवार को जमानत मिली थी। पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने आज़म खान के रिहा होने पर कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान के जमानत पर रिहा होने पर उनका हार्दिक स्वागत।
जानकारी के मुताबिक आज़म खां को जेल से बाहर आने पर लेने के लिए उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म और वरिष्ठ सपा नेता शिवपाल यादव ख़ास तौर पर सीतापुर जेल पहुंचे। आज़म खां साल 2020 से जेल में बंद थे। यूपी पुलिस ने भाजपा के सत्ता में आने के बाद हाल के सालों में उनके खिलाफ 88 मामले दर्ज किए हैं। आज़म खान को सर्वोच्च अदालत से फिलहाल 88वें मामले में अंतरिम जमानत मिली है।
कथित धोखाधड़ी के एक मामले में जेल में बंद रहे आज़म खां आज सुबह सीतापुर जेल से रिहा किये गए। आजम की रिहाई के तुरंत बाद सपा नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट में कहा – ‘पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक आज़म ख़ान जी के जमानत पर रिहा होने पर उनका हार्दिक स्वागत है। जमानत के इस फ़ैसले से सर्वोच्च न्यायालय ने न्याय को नये मानक दिये हैं। पूरा ऐतबार है कि वो अन्य सभी झूठे मामलों-मुक़दमों में बाइज़्ज़त बरी होंगे। झूठ के लम्हे होते हैं, सदियाँ नहीं !’
याद रहे आज़म खां के खिलाफ 2019 के लोकसभा चुनाव में रामपुर सीट पर भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा के खिलाफ जीतने के बाद 87 मामले दर्ज किए गए थे। उन्हें बाद में 2020 में सीतापुर जेल भेज दिया गया।
कानूनी लड़ाई के बाद आजम को 86 मामलों में जमानत मिल गई, लेकिन संपत्ति के एक मामले में कोर्ट का फैसला आना रह गया था। पिछले साल 4 दिसंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसपर फैसला सुरक्षित रख लिया था। चार महीने बाद आजम खां ने अंतरिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की जिसके बाद उन्हें पिछले कल जमानत मिल गयी।