श्रीलंका में आपातकाल के बाद भी हिंसा और तोड़फोड़  जारी

श्रीलंका में आपातकाल की घोषणा कर दी गयी है, लेकिन इसके बावजूद वहां हिंसा जारी है। खाद्य पदार्थों के गंभीर संकट के बाद वहां लोगों में जबरदस्त नाराजगी है और वे हिंसा पर उत्तर आये हैं। देश में कई जगह प्रदर्शन, सरकारी संपत्तियों में तोड़ फोड़ की गई है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक लगातार बिजली कट और ईंधन  की कमी ने लोगों में जावबर्दस्त गुस्सा भर  दिया है क्योंकि वे गंभीर दिक्कतें झेल रहे हैं। देश में बिगड़ रहे हालात देखते राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शनिवार को आपातकाल लागू करने की घोषणा की।

देश के आर्थिक संकट से उपजी लोगों की दिक्क्तों के बाद वहां आगजनी, हिंसा, प्रदर्शन, सरकारी संपत्तियों में तोड़ फोड़ शुरू हो गयी है। पावर कट, खाने-पीने की चीजों समेत श्रीलंका कई दिक्कतों से जूझ रहा है। आपातकाल को पहली अप्रैल से लागू किया गया है।

श्रीलंका के राष्ट्रपति कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि देश में कानून व्यवस्था कायम रखने, आवश्यक चीजों की सप्लाई को जारी रखने के लिए ये फैसला लिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने 50 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।  कोलंबो और उसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार को कर्फ्यू लगा दिया गया था, ताकि छिटपुट विरोध प्रदर्शनों को रोका जा सके।