शी जिन पिंग को चीन के राष्ट्रपति के रूप में तीसरा कार्यकाल मिलने की संभावना है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाईना की पांच साल में एक बार होने वाली राष्ट्रीय कांग्रेस इसी साल होने वाली है, जिसमें इसका अनुमोदन किया जा सकता है। यदि ऐसा होता है तो पार्टी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद राष्ट्रपति के रूप में तीसरा कार्यकाल पाने वाले वह पहले नेता बन जाएंगे। दिलचस्प यह है कि शी के स्वास्थ्य को लेकर लग रही अटकलों के बीच कम्युनिस्ट पार्टी ने सेवानिवृत्त कार्यकर्ताओं को सख्त हिदायत दी है कि वे नेतृत्व की आलोचना न करें।
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाईना की बीजिंग में नवंबर में होने वाली 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस से पहले पार्टी की केंद्रीय समिति (सीसी) ने ‘नए युग में सेवानिवृत्त कार्यकर्ताओं के बीच पार्टी निर्माण को मजबूत करना’ के नाम से नए नियम जारी किये हैं। इनमें सेवानिवृत्त कार्यकर्ताओं को नकारात्मक राजनीतिक भाषण (नेतृत्व की आलोचना सहित) देने पर सख्त रोक लगा दी गयी है।
राष्ट्रीय कांग्रेस के सम्मेलन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग को तीसरा कार्यकाल मिलने की लगभग पक्की संभावना है। उन्हें इसमें सेक्रेटरी जनरल चुना जाएगा जो पार्टी का सर्वोच्च पद है। इस सम्मेलन में 2350 के करीब डेलीगेट और 85 मिलियन सदस्य हिस्सा लेंगे। इसमें नई केंद्रीय समिति चुनी जाएगी जो नए पोलित ब्यूरो और स्टैंडिंग कमिटी का गठन करेगी।
इस बीच चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने एक रिपोर्ट में बताया है कि सीपीसी की केंद्रीय समिति के कार्यालय ने ‘नए युग में सेवानिवृत्त कार्यकर्ताओं के बीच पार्टी निर्माण को मजबूत करना’ शीर्षक से नियमों की एक सूची जारी की है। इसमें जोर देकर कहा गया है कि वे किसी सूरत में नेतृत्व की आलोचना या नकारात्मक भाषण न दें।
सेवानिवृत्त कार्यकर्ताओं को पार्टी और राजनीतिक मार्गदर्शन की मूल्यवान संपत्ति बताते हुए सूची में उनके आचरण की निगरानी बढ़ाने पर जोर दिया गया है। सीसी ने तमाम पार्टी उपविभागों से यह तय करने को कहा है कि सेवानिवृत्त काडर और पार्टी सदस्य पार्टी की नीतियों का पालन करते हुए उसकी बात सुनें।
सीसी ने सख्ती से चेतावनी दी है कि यदि अनुशासन का उल्लंघन होता है तो इसे गंभीरता से निपटा जाए। यह माना जाता है कि अनुशासन टूटने की कुछ घटनाओं के बाद सीसी ने यह यह दिशानिर्देश जारी किये हैं।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग यदि राष्ट्रीय कांग्रेस में दोबारा सेक्रेटरी जनरल का पद पाते हैं तो राष्ट्रपति के रूप में तीसरा कार्यकाल हासिल करने वाले पार्टी संस्थापक माओत्से तुंग के बाद पहले चीनी नेता होंगे। याद रहे तुंग का 1976 में जब निधन हुआ था वे तीसरी बार चुने गए राष्ट्रपति थे।
शी जिनपिंग साल 2012 में राष्ट्रपति बने थे। उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई है भले उनपर कोविड-19 को बहुत सख्त तरीके से निपटने के आरोप लगे हैं, जिससे जनता पर ज्यादतियां किये जाने के आरोप हैं। चीन में राष्ट्रपति ही पार्टी का सर्वोच्च नेता और सैन्य प्रमुख होता है। भले पश्चिम के मीडिया में उनके तीसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने को लेकर ‘आशंका’ व्यक्त की जा रही है, संभावना यही है कि वे रिकार्ड तीसरी बार चीन का सर्वोच्च पद हासिल कर सकते हैं।