निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे को वास्तविक शिवसेना के तौर पर मान्यता देते हुए पार्टी का चुनाव चिन्ह ‘धनुष बाण’ भी उसे दे दिया था। हालांकि इस फैसले से ठाकरे को झटका लगा ऐसा माना जा रहा है क्योंकि उनके पिता बाल ठाकरे ने 1966 में ‘धनुष बाण’ चिन्ह के साथ इस पार्टी की स्थापना की थी।
चुनाव आयोग के फैसले के बाद से महाराष्ट्र में सियासी घमासान मचा हुआ है। और ठाकरे गुट चुनाव आयोग के फैसले पर सवाल उठा रहा है साथ ही नाम-निशान बचाने के लिए उद्धव ठाकरे गुट आज सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेगा।
उद्धव ठाकरे ने आज दोपहर 12.30 बजे मुंबई के शिवसेना भवन में एक अहम बैठक बुलाई है। इसमे बैठक में सभी विधायकों और नेताओं के मौजूद रहने के भी कयास लगाए जा रहे है।
संजय राउत ने रविवार को दावा किया है कि शिवसेना पार्टी के नाम एवं निशान तीर-धनुष को खरीदने के लिए 2000 करोड़ रुपये का सौदा हुआ है। वहीं महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता सुधीर मुंगतिवार ने राउत पर पलटवार करते हुए कहा कि, उच्चतम न्यायालय एवं निर्वाचन आयोग जैसे स्वतंत्र संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश के तहत ऐसे बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे है।
एकनाथ शिंदे गुट ने सुप्रीम कोर्ट में एक कैविएट दाखिल कर अपील की गई है कि यदि उद्धव गुट चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती देता है तो कोर्ट एकपक्षीय सुनवाई कर कोई आदेश पारित न करे और शिंदे गुट का पक्ष भी सुना जाए।
वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले में कहा कि चुनाव आयोग के फैसले ने सत्यमेव जयते को चरितार्थ किया है इसी के साथ उद्धव पर निशाना साधते हुए बोले कि धोखा देने वालों को बख्शेंगे नहीं।