तहलका के इस विशेषांक को ज्यादा से ज्यादा लोकतांत्रिक और इसमें किए सर्वेक्षण को थोड़ा लीक से हटकर बनाना था. इसके लिए सबसे पहले हमने तहलका में लगातार विज्ञापन प्रकाशित किए और पाठकों से उनके प्रिय युवा एवं वरिष्ठ कवियों और कथाकारों के नाम भेजने का अनुरोध किया. आलोचकों से भी उनके पसंदीदा युवा एवं वरिष्ठ रचनाकारों की सूची मांगी गई. इस प्रक्रिया में लेखकों की भी भागीदारी सुनिश्चित की गई लेकिन थोड़ा अलग अंदाज में. सबसे पहले वरिष्ठ कवियों और कथाकारों से उनकी पसंद के 10-10 युवा कवियों और कथाकारों की सूची आमंत्रित की गई. इन सूचियों के आधार पर जिन 10 युवा कवियों और कथाकारों के नाम उभरे उनसे हमने उनकी पसंद के 10 वरिष्ठ कवियों एवं कथाकारों के नामों का चयन करने का अनुरोध किया. इन सभी के योग से चार श्रेणी के जो चालीस सबसे लोकप्रिय रचनाकारों के नाम सामने आए वे इस प्रकार हैं:
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युवा कवि– अनुज लुगुन, अशोक कुमार पांडेय, नीलेश रघुवंशी, निशांत, मनोज झा, गीत चतुर्वेदी, निर्मला पुतुल, अच्युतानंद मिश्र, सुशीला पुरी और हरेप्रकाश उपाध्याय
युवा कथाकार– योगेंद्र आहूजा, मनीषा कुलश्रेष्ठ, कुणाल सिंह, चंदन पांडेय, अल्पना मिश्र, पंकज मित्र, कैलाश वनवासी, नीलाक्षी सिंह, मोहम्मद आरिफ और मनोज रूपड़ा
वरिष्ठ कवि– विनोद कुमार शुक्ल, राजेश जोशी, केदारनाथ सिंह, मंगलेश डबराल, आलोक धन्वा, नरेश सक्सेना, वीरेन डंगवाल, चंद्रकांत देवताले, विष्णु खरे और कुंवर नारायण
वरिष्ठ कथाकार– उदय प्रकाश, ज्ञानरंजन, ममता कालिया, अमरकांत, चित्रा मुद्गल, शिवमूर्ति, असगर वजाहत, दूधनाथ सिह, काशीनाथ सिंह और स्वयं प्रकाश
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आगे के पन्नों में जो विभिन्न रचनाएं शामिल हैं वे इन्हीं चयनित वरिष्ठ और युवा रचनाकारों में से कुछ की हैं.