लोकसभा में भारत-चीन विवाद पर चर्चा की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट किया हैं। लोकसभा और राज्यसभा के सभी विपक्षी दलों के सांसदों ने राष्ट्रीय सुरक्षा और भारत-चीन सीमा विवाद मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी।
अरुणाचल प्रदेश में चीनी घुसपैठ पर चर्चा की मांग को खारिज किए जाने के बाद से सभी विपक्षी दल संसद के अंदर गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही ‘प्रधानमंत्री हाउस में आओ, चीन की घुसपैठ पर चर्चा करो, राष्ट्रीय सुरक्षा पर चर्चा करो’ के नारे भी लगाए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, “हम मांग करते हैं कि सदन में चर्चा हो। सदन को चीनी अतिक्रमण की जानकारी दी जानी चाहिए, ताकि देश के लोगों को इसकी सूचना दी जा सके। अगर चर्चा नहीं होती है और केवल एकतरफा प्रतिक्रिया होती है तो इसका क्या मतलब हैं?”
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि दिन की कार्यवाही शुरू होने के बाद मुझे नियम 267 के तहत आज दो नोटिस मिले। एक नोटिस में डोला सेन ने मूल्य वृद्धि का मुद्दा उठाने के लिए नोटिस दिया हैं वहीं प्रमोद तिवारी ने अरुणाचल प्रदेश में चीनी घुसपैठ का मुद्दा उठाने के लिए नोटिस दिया हैं। और यह दोनों नोटिस नियम 267 के तहत आदेश में हैं।