हिंडनवर्ग रिसर्च के बाद अब अडानी ग्रुप पर एक और बड़ा आरोप लगा है। जानी मानी पत्रिका फोर्ब्स ने अडानी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी को लेकर दावा किया है कि अडानी ग्रुप के प्रमोटर के स्टेक को कर्ज के लिए गिरवी रखा गया।
रिपोर्ट के अनुसार, विनोद अडानी की नियंत्रित एक प्राइवेट कंपनी की सिंगापुर की यूनिट ने एक रूसी बैंक से कर्ज के लिए अडानी के प्रमोटर के 240 मिलियन डॉलर के स्टेक को गिरवी रखा है।
इस खुलासे के बाद पहले से संकट में चल रहा अडानी ग्रुप और दिक्कत में फंस सकता है। दिलचस्प यह है कि हिंडनबर्ग ने भी फोर्ब्स की रिपोर्ट को री-ट्वीट किया है। इसमें दावा किया है कि गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी ने सिंगापुर स्थित अपनी कंपनी के लिए एक रूसी बैंक से 240 मिलियन डॉलर का कर्ज गौतम अडानी की कंपनी के, बेनामी स्टॉक को गिरवी रख कर ले लिया है, लेकिन इसकी खबर अडानी ने, भारतीय बैंकों को नहीं दी है।
बता दें इससे पहले हिंडनबर्ग की 24 जनवरी को आई रिपोर्ट के बाद से अडानी समूह की सात लिस्टेड फर्मों का मार्केट वैल्यू 125 अरब डॉलर घट गया है। फोर्ब्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि विनोद अडानी, जो प्रवासी भारतीय हैं, वो लंबे समय से अडानी ग्रुप से जुड़ी ऑफशोर कंपनियों के केंद्र में हैं। अर्थात मुख्य रूप से कारोबार से जुड़े हैं। विनोद अडानी दुबई में रह रहे हैं और वहां के साथ-साथ वो सिंगापुर और जकार्ता में व्यापारिक व्यवसायों का प्रबंधन करते हैं।