कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरूवार को कहा कि लॉक डाउन कोरोना वायरस को हराने का मुख्य जरिया नहीं है और यह एक ”पोज़ बटन” की ही तरह है। राहुल ने जोर देकर कहा कि कोरोना की पूरी रोकथाम के लिए ज्यादा टेस्टिंग सबसे ज्यादा जरूरी चीज है। कांग्रेस नेता ने कहा कि लॉक डाउन से वायरस को फैलने से ”पोस्टपोन” किया जा सकता है, ख़त्म नहीं किया जा सकता है। कांग्रेस नेता ने जोर दिया कि रैंडम टेस्ट की संख्या बढ़ाने के लिए रणनीति जरूरी है। राहुल ने कहा कि हमें मिलकर इस समस्या से लड़ना है।
एक वीडियो प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस नेता ने कहा कि कोरोना से निपटना है तो टेस्टिंग हर हालत में बढ़ानी होगी। उन्होंने कहा कि देश में हमारी असली फ़ोर्स निचले स्तर पर है और बॉटम-अप से ही कोरोना को हराया जा सकता है। पीएम को अपनी निचले स्तर की इस सेना और एसेट को मजबूत करना होगा।
एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि आपने (राहुल ने) १२ फरवरी को ही सरकार को कोरोना को लेकर आगाह कर दिया था, लेकिन सरकार शुरू में ढीले दिखी, राहुल ने कहा कि इस समय सवाल यह नहीं कि पहले क्या किया और कहा गया बल्कि यह है कि अब टेस्ट की संख्या कितनी तेजी से बढ़ाई जा सकती है।
उन्होंने कहा बहुत से गरीबों के पास राशन कार्ड नहीं है। इस समय सख्त जरूरत है कि आने वाले समय में बेरोजगारी और अनाज बड़ी समस्या हो सकती है लिहाजा सरकार को कुछ पैकेज और राहत देनी होगी। गरीब और मजदूर बड़ी गंभीर दिक्कत में हैं और उन्हें मदद की सख्त जरूरत है। राज्यों को ज्यादा पैसा देना होगा।
राहुल गांधी ने कहा लॉक डाउन के बाद आपको त्वरित नीति की जरूरत है जो नहीं बनी है। यह एक राष्ट्रीय मुद्दा है। गोदाम से सामान लोगों तक नहीं पहुँच रहा है। लॉक डाउन पर रणनीति बनानी ही होगी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हाट स्पॉट जोन तक बहुत त्वरित तरीके की जरूरत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि एक ढांचा तैयार करने की सख्त जरूरत है क्योंकि असली समस्याएं आने वाले कुछ महीनों में देखने को मिलेंगी। राज्यों को अधिक सुविधाएँ और अधिकार देने की जरूरत है। उसी स्तर पर कोरोना से बेहतर तरीके से लड़ा जा सकता है। लॉक डाउन खुलने से पहले ही सरकार को इसकी तैयारी करनी होगी।
उनसे सवाल पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार हर चीज अपने कंट्रोल में रखकर राज्यों को कोरोना से लड़ने में कमजोर कर रही है, राहुल ने कहा कि कुछ गलतियां हुई हैं जिनमें एक पलायन ( माइग्रेंट्स) को लेकर भी हुई है। बेहतर रणनीति की जरूरत है। राज्यों को ज्यादा फैसले करने का अधिकार देना चाहिए।
उनसे पूछा गया कि ज्यादातर कांग्रेस शासित राज्यों ने लॉक डाउन बढ़ाने की मांग की लेकिन आप कुछ और बात कर रहे हैं, राहुल ने कहा कि लॉक डाउन हमारे देश में पलायन की समस्या लेकर आया है जिसे सरकार को देखना होगा। उन्होंने कहा कि काफी क्षेत्र हैं जिनपर सोचना जरूरी है। हमारा देश अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा कम्प्लीकेटिड देश है। यह लंबी लड़ाई है।
चीन से टेस्टिंग किट की क्वालटी पर उठाते सवाल पर राहुल ने कहा कि सभी देश टेस्टिंग किट चाहते हैं। रैपिड टेस्टिंग किट के लिए हमें कोइ अपना रास्ता भी निकलना पड़ेगा। नान हाट स्पॉट क्षेत्रों में भी टेस्टिंग जरूरी है। रणनीति से करना पड़ेगा। गैर भाजपा राज्यों से किट को लेकर भेदभाव के सवाल पर राहुल ने टिप्पणी से इंकार कर दिया।
पीएम कहाँ गलती कर गए, राहुल ने इस सवाल पर कहा कि आज मैं सिर्फ सुझाव ही देना चाहूंगा जिसमें गरीबों-मजदूरों को भोजन, छोटे उद्योगों के लिए राहत, एक बड़ी रणनीति और मिलकर लड़ाई लड़ने की जरूरत। मोदी से बहुत मुद्दों पर असहमति है लेकिन आज मिलकर लड़ने की जरूरत है। एक साथ खड़े होकर लड़े तो हम इसे (वायरस) को हरा देंगे।