इस बार देश में मई महीने की तरह मार्च के महीने में गर्मी पड़ने से और दिन व दिन तापमान बढ़ने से लोगों का हाल बेहाल है। लू जैसे हालात बनने लगें है। गर्म हवाओं को थपेडों से लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है।
दिल्ली-एनसीआर में गत दो दिनों से तापमान 40-41 के पार हो रहा है। इस तरह की गर्मी पड़ने लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। गर्मी से बचाव के बारे तहलका को जानकारी देते हुये आईएमए के पूर्व संयुक्त सचिव डॉ अनिल बंसल ने बताया कि लगातार 42 डिग्री तापमान रहने से हाइपोथर्मिया होने का खतरा रहता है। जिससे कोमा में जाने की संभावना बनी रहती है।
डॉ बंसल ने बताया कि शरीर का अंदर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तक रहता है और बाहरी तापमान 42 से ऊपर तक जाता है। जिससे शारीरिक तापमान और बाहरी तापमान में काफी अंतर आ जाता है। ऐसे में जो असंतुलन बढने से लोगों को लकवा सहित हार्ट अटैक होने पड़ने की ज्यादा संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि इन दिनों धूप में जाने से बचें और ज्यादा से ज्यादा पानी पिये ताकि शरीर में पानी की कमी न होने पाये।
दोपहर 11 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक अधिक धूप होती है। तभी घर से निकलने जब जरूरी काम हो ,क्योंकि इन दिनों गर्मी में संक्रमण बढ़ने के कारण हैजा और दस्त की शिकायते बढ रही है। डाँ बंसल ने बताया कि कोरोना जैसी बीमारी देश में कम हुयी है। लेकिन पूरी तरह से गयी नहीं है। ऐसे में कोरोना गाईड लाईन का पालन करते हुये लू -गर्मी से बचें।