केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जानकारी साझा की है कि अभिनेत्री आशा पारेख को दादा साहेब फाल्के सम्मान के लिए चुना गया हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा यह पुरस्कार 30 सितंबर को आशा पारेख को दिया जाएगा।
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि दादा साहेब फाल्के कमेटी के सदस्यों में मशहूर गायिका आशा भोंसले, अभिनेत्री हेमा मालिनी, अभिनेत्री पूनम ढिल्लो और गायक उदित नारायण झा शामिल हैं। और इन सभी ने मिलकर कमेटी की बैठक की और उसमें आशा पारेख का नाम चुना गया।
दादा साहेब फाल्के सम्मान फिल्म इंडस्ट्री का सर्वोच्च सम्मान हैं और आशा का इंडस्ट्री में योगदान के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया जा रहा हैं। आशा पारेख ने 10 साल की उम्र में फिल्मों में काम करना शुरू किया था उनकी पहली फिल्म ‘मां’ थी। उन्होंने 95 से ज्यादा फिल्मों में काम किया हैं। साथ ही उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका हैं। उनकी सुपरहिट फिल्मों में ‘जब प्यार किसी से होता हैं’, ‘फिर वही दिल लाया हूं’, ‘तीसरी मंजिल’, ‘बहारों के सपने’, ‘प्यार का मौसम’, ‘कटी पतंग’ और ‘कारवां’ शामिल हैं।
पारेख को वर्ष 1992 में पद्म श्री पुरस्कार, वर्ष 2001 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार और वर्ष 2006 में अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका हैं। आशा वर्ष 1998 से 2001 तक सेंसर बोर्ड की पहली महिला अध्यक्ष भी रह चुकीं हैं।
आपको बता दें, आशा का जन्म 2 अक्टूबर 1942 को बेंगलुरु में एक गुजराती परिवार में हुआ था। उनकी मां ने उन्हें काफी उम्र में ही शास्त्रीय नृत्य की शिक्षा दिलाई और उन्होंने देश-विदेश में कर्इ नृत्य शो भी किए हैं। आशा बचपन में आईएएस अधिकारी बनना चाहती थीं किंतु किस्मत उन्हें फिल्म जगत में ले आर्इ। आशा ने वर्ष 1952 में फिल्म ‘आसमान’ में बाल कलाकार के रूप में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी।