भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव जारी है और इस बीच सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लेह के दो दिन के दौरे पर पहुंचे हैं। दौरे के पहले दिन नरवणे ने शुक्रवार कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव बरकरार है और स्थिति बहुत ही नाजुक और गंभीर है। सेना प्रमुख ने कहा कि देश के जवानों का मनोबल काफी ऊंचा है और वो हर तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। उधर रूस के दौरे पर गए भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आज चीनी रक्षा मंत्री जनरल वी फेंघे से मुलाकात की संभावना है।
सेना प्रमुख नरवणे ने कहा कि अभी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति तनावपूर्ण है और हालात बहुत नाजुक हैं। उन्होंने साथ ही कहा – ”लेकिन इस बीच लगातार हम बातचीत करने पर विचार कर रहे हैं। फिलहाल सीमा पर सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए हैं।”
सेनाध्यक्ष ने शुक्रवार लेह पहुँचाने पर कहा – ”मैंने लेह पहुंचने के बाद विभिन्न स्थानों का दौरा किया। अधिकारियों, जेसीओ से बात की और तैयारियों का जायजा लिया। जवानों का मनोबल ऊंचा है और वे सभी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं। एलएसी पर स्थिति तनावपूर्ण है और स्थिति नाजुक और गंभीर है। स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हमने अपनी रक्षा और सुरक्षा के लिए एहतियाती कदम उठाए हैं ताकि हमारी सुरक्षा और अखंडता की रक्षा हो सके। हम बातचीत के जरिए स्थिति से निपटेंगे।”
सेनाध्यक्ष ने कहा कि जवान पूरी तरह से सक्षम हैं। उनका मनोबल ऊंचा है और वे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मैं फिर से दोहराना चाहूंगा कि हमारे अधिकारी और जवान दुनिया में सबसे अच्छे हैं। वे न केवल सेना को बल्कि देश को भी गौरवान्वित करेंगे।
इस बीच पूर्वी लद्दाख में बढ़ रहे तनाव के बीच रूस के दौरे पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की आज चीनी रक्षा मंत्री वी फेंघे से मुलाकात होने की संभावना है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि राजनाथ शुक्रवार शाम मॉस्को में चीनी रक्षा मंत्री वी फेंघे के साथ शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक मंत्रिस्तरीय बैठक के मौके पर बातचीत कर सकते हैं। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक यह बैठक होने की काफी ज्यादा संभावना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीनी रक्षा मंत्री फेंघे ने बैठक से इतर राजनाथ सिंह से मिलने की इच्छा जताई की है।