रमज़ान के पवित्र महीने में बुजुर्गों की सहूलियत के लिए यूएई की सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, ताकि उन्हें असुविधा न हो। दुबई कॉर्पोरेशन फॉर एम्बुलेंस सर्विसेज ने रोज़े के पहले दिन बुजुर्गों और ज़रूरतमंदों के लिए घर पर मुफ्त कोरोना वायरस स्क्रीनिंग सुविधा के लिए मोबाइल टेस्टिंग यूनिट शुरू की।
नई मोबाइल प्रयोगशाला इकाइयां (एमएलयू) नमूनों के लिए ऑटो-स्टरलाइजेशन यूनिट, थर्मल स्कैनर और सेफ स्टोरेज केबिन से सुसज्जित एम्बुलेंस हैं। एम्बुलेंस में लोगों का स्वागत करने, उनकी पहचान सत्यापित करने और स्क्रीनिंग के लिए उपकरण भी लगाए गए हैं।
नई यूनिट से सरकार को उम्मीद है कि इससे अस्पतालों पर दबाव कम करने में मदद मिलेगी साथ ही लोगों को वायरस से ज़्यादा जोखिम से बचाने में भी इसकी अहम भूमिका होगी।
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दुबई काउंसिल के सुरक्षा और न्याय विभाग के कमिश्नर तलाल बेलहौल ने कहा, दुबई कॉरपोरेशन फॉर एम्बुलेंस सर्विसेज ने कोविड-19 को समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए एम्बुलेंस सर्विस शुरू कर दी है।
उन्होंने कहा कि दुबई सरकार के विभिन्न निकाय कोविड-19 के प्रसार का मुकाबला करने के लिए एक टीम के रूप में काम करते हैं। हम वायरस से लड़ने के अपने प्रयासों को मजबूत करने के लिए एक दूसरे के साथ मिलकर काम करते हैं। समाज के फायदे के लिए सेवाओं को और बढ़ाने को नए विचार बेहद महत्वपूर्ण हैं।
दुबई कॉरपोरेशन फॉर एम्बुलेंस सर्विसेज के कार्यकारी निदेशक खलीफा बिन ड्रे ने कहा कि दुबई काउंसिल के साथ सहयोग से परिणामों को एक राष्ट्रीय सांख्यिकी पूल में एकीकृत करने में मदद मिलेगी, जिसका उपयोग अन्य संस्थाओं द्वारा सक्रिय मामलों के संपर्क में रहने वाले लोगों पर नज़र रखने के लिए किया जाता है।