संकट में घिरे यस बैंक के पूर्व प्रोमोटर और प्रबंध निदेशक (एमडी) राणा कपूर के घर प्रवर्तन निदेशलय के छापे के बाद उनके खिलाफ धन शोधन (मणी लांड्रिंग) का मामला दर्ज कर लिया गया है। करीब १३ महीने पहले राणा कपूर ने यस बैंक के प्रबंध निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था।
जानकारी के मुताबिक राणा के खिलाफ पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया है। उन्होंने २००४ में यस बैंक की शुरुआत की थी। वित्तीय संकट में घिरने के बाद आरबीआई ने दो दिन पहले ही बैंक से पैसे निकलने की सीमा ५०,००० रूपये तय कर दी थी जिससे बैंक के ग्राहकों में घबराहट फ़ैल गयी।
शुक्रवार देर रात तक राणा कपूर के मुंबई के वर्ली स्थित उनके घर ”समुद्र महल” पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा। निदेशालय ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। याद रहे करीब १३ महीने पहले ही राणा कपूर ने यस बैंक के प्रबंध निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था।
राणा से अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। पूरी रात उनसे पूछताछ होती रही। उनसे डीएचएफएल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी पूछताछ की जा रही है। ईडी की टीम उनसे इन दोनों ही मामलो पर पूछताछ कर रही है।
रिजर्व बैंक ने ३० दिन के लिए यस बैंक के बोर्ड की कमान अपने हाथ में ले ली है। बैंक की इस हालत का जिम्मेदार बन के फाउंडर, पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ राणा कपूर को ही बताया जा रहा है। उन पर मनी लॉन्ड्रिंग के साथ ही बड़े व्यापारियों को कर्ज देकर उसे वसूलने की प्रक्रिया को अपने हिसाब से पूरी करने का भी आरोप लगा है।