पीएम नरेंद्र मोदी एक दिवसीय यात्रा पर अमेरिका से मिस्र के लिए रवाना हो गए हैं। मिस्र रवाना होने से पहले शुक्रवार को व्हाइट हाउस में सिलिकॉन वैली के शक्तिशाली अधिकारियों से मुलाकात की और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और उन्नत विनिर्माण पर आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने की मांग की। इस बीच पीएम की अमेरिका यात्रा को भारतीय अधिकारियों ने ‘ऐतिहासिक और मील का पत्थर’ करार दिया है।
व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम में हुई इस बैठक में अल्फाबेट इंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुंदर पिचाई, माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्या नडेला और एप्पल इंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक शामिल हुए, जो अपनी कंपनी के आईफोन की इकाइयों को भारत लेकर आने की बात कह चुके हैं। बैठक में टिक कुक पीएम मोदी के साथ ही बैठे।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा कि अमेरिकी प्रौद्योगिकी और भारतीय प्रतिभा का साथ आना उज्ज्वल भविष्य की गारंटी है। व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ ‘टेक्नोलॉजी हैंडशेक’ कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- ‘यह सुबह कुछ ही मित्रों के साथ शुरू हुई है लेकिन यह उज्ज्वल भविष्य की गारंटी लेकर आई है।’
समारोह में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन की उपस्थिति पर आभार प्रकट करते हुए मोदी ने कहा – ‘यह राष्ट्रपति बाइडन की दृष्टि और उनकी ताकत और भारत की आकांक्षाओं और संभावनाओं को लेकर आगे बढ़ने का बड़ा अवसर है।’ मोदी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि राष्ट्रपति बाइडन के नेतृत्व में प्रौद्योगिकी के महत्व को समझते हुए अमेरिका ने इस क्षेत्र में प्रगति की है। ‘भारत का युवा आज विश्व में अपनी पहचान बना रहा है। ऐसे में भारतीय प्रतिभा और अमेरिकी प्रौद्योगिकी का यह मिलन एक उज्ज्वल भविष्य के लिए गारंटी लेकर आया है’।
उधर बाइडेन ने कहा – ‘हमारे देश नवाचार और सहयोग को एक नए स्तर पर ले जा रहे हैं। हमें आपकी मदद की ज़रूरत है, और मैं इस टेबल पर मौजूद भारतीय और अमेरिकी सीईओ से बात कर रहा हूं, हमें इस पल का फायदा उठाने, हमारे समाजों, हमारी अर्थव्यवस्थाओं और हमारे देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जोखिमों का प्रबंधन करने में मदद करने के लिए आपकी मदद की ज़रूरत है। नवाचार और सहयोग शायद ही कभी बाधाओं के बिना होते हैं, और इसलिए आप हमारी महत्वाकांक्षाओं को बढ़ाते हैं और मैं चाहता हूं कि आप हमें बताएं कि हमारी महत्वाकांक्षाओं के रास्ते में क्या बाधा है।’