कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तीन दिवसीय किसान समर्थक कार्यक्रम के तहत दूसरे दिन संगरूर में कहा कि मोदी सरकार कानून बनाने की बहुत जल्दी में थी, लेकिन उसे पता नहीं है कि किसानों की शक्ति क्या है। राहुल ने कहा कि किसान अपने हक़ की लड़ाई लड़ने के लिए कभी हार नहीं मानेंगे।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ सोमवार को तीन दिवसीय ‘खेती बचाओ, किसान बचाओ यात्रा’ शाम को पटियाला पहुंच चुकी है। सुबह संगरूर की भवानीगढ़ अनाज मंडी में राहुल गांधी और कैप्टन अमरिदर सिंह ने एक बड़ी रैली को संबोधित किया।
राहुल गांधी ने कहा – ‘पिछले छह साल से दिल्ली में नरेंद्र मोदी जी की सरकार है और छह साल से ये सरकार गरीबों, मज़दूरों, किसानों पर एक के बाद एक आक्रमण कर रही है। इनकी एक भी नीति गरीब जनता को फायदा पहुंचाने की नहीं है। इनकी सब नीति इनके तीन-चार चुने हुए मित्रों के लिए बनाई जाती हैं। यही वजह कि देश के अन्नदाता आज सड़कों पर हैं और उनके मित्र लोग पैसा ही पैसा कमा रहे हैं’।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा सरकार को कानून बनाने की बहुत जल्दी थी। राहुल ने कहा – ‘सोचा होगा कि एक बार कानून बन गया तो किसान कुछ नहीं कर पाएंगे। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी किसानों की शक्ति को जानते नहीं हैं। किसान एक बार अपनी जिद पर अड़ जाए तो वे अपनी बात मनवा कर ही रहते हैं। इस बार भी किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है, जिसमें मैं और मेरी पार्टी कदम से कदम मिलाकर उनके साथ खड़ी है।’
इस रैली में खासी भीड़ देखने को मिली। इसमें बड़ी संख्या में किसान भी शामिल हुए। गांधी ने रैली में पीएम मोदी पर तंज कसा कि वे सिस्टम को सुधारने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। ‘न ही वे मंडी, पीडीपी और एमएसपी का कुछ कर पा रहे हैं, जबकि इन सभी ने मिलकर देश के अन्नतदाता को तबाह करके रखा है। अब ये नया कृषि कानून उनकी कमर तोड़ देगा। जब अन्नदाता ही खुश नहीं रहेगा, तो देश के विकास की उम्मीद कैसे की जा सकती है?’
इस मौके पर सीएम कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने कहा – ‘कानून बन चुका है। दोनों सदनों में वह पारित हो चुका है। राष्ट्रपति की मुहर लग चुकी है, लेकिन किसने कहा कि कानून में संशोधन नहीं हो सकता। मेरी दुआ है कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनें, ताकि वे इस काले कानून को रद्द करके किसानों को राहत प्रदान करें। कानून में बदलाव संभव हैं, जरूरत बस कोशिश करने की होती है।’
राहुल अभी मंगलवार को भी पंजाब में ही रहेंगे। किसान कार्यक्रम के बाद के बाद वे पंजाब की राजनीति को लेकर नेताओं से मिल सक्तं। वहां अमरिंदर और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच लंबे समय से खींचतान चल रही है। वैसे सिद्धू कल राहुल के कार्यक्रम में शामिल हुए थे।