प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से सपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने वाले बीएसएफ के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द हो गया है। सपा ने उन्हें तीन दिन पहले ही अपनी पहले से घोषित उम्मीदवार को हटाकर यादव को उम्मीदवार बनाया था।
इस तरह यादव का मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का सपना टूट गया है। निर्वाचन अधिकारी की तरफ से जारी किए गए दो नोटिसों का जवाब देने बुधवार दोपहर ११ बजे तेज बहादुर यादव अपने वकील के साथ आरओ से मिलने पहुंचे थे। इसके बाद निर्वाचन अधिकारी तेज बहादुर के नामांकन पत्र को खारिज कर दिया। अब शालिनी यादव सपा की तरफ से चुनावी मैदान में मोदी को टक्कर देंगी।
नामांकन पत्र के नोटिस के जवाब देने के दौरान तेज बहादुर के समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई, जिसके बाद पुलिस ने समर्थकों को कचहरी परिसर से बाहर कर दिया। मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच में बीएसएफ से बर्खास्त किए जाने के संबंध में दो नामांकन पत्रों में अलग-अलग जानकारी सामने आने के बाद उन्हें नोटिस दिया गया था। प्रेक्षक प्रवीण कुमार की मौजूदगी में नामांकन पत्रों की जांच शुरू हुई।
जांच के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह द्वारा यादव को बीएसएफ से बर्खास्तगी के संबंध में दो नामांकन पत्रों में अलग-अलग जानकारी देने पर नोटिस देकर २४ घंटे में बीएसएफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर प्रस्तुत करने को कहा गया था। इससे पहले यादव ने अपना एक वीडियो जारीकर आरोप लगाया था कि उनका नामांकन रद्द करने का ”षड्यंत्र” हो रहा है।