उदयनिधि स्टालिन ने पिछले दिनों सनातन धर्म पर उनके दिए हुए बयान पर राजनीतिक गरमा गई है। उदयनिधि ने कहा था कि, “इसे समाज में असमानता और विभाजन को बढ़ावा देने के लिए दोषी ठहराया था और इसकी तुलना मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से की थी। जिसके बाद से वो भाजपा के निशाने पर आ गए।”
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टानिल ने आरोप लगाते हुए कहा कि, “पीएम मोदी और उनके सहयोगी मणिपुर हिंसा, भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने के लिए सनातन धर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। सभी जानते हैं कि हम किसी भी धर्म के शत्रु नहीं हैं इसी के साथ ही उन्होंने धर्म वाले बयान पर कहा कि मैं सभी मामलों का कानूनी रूप से सामना करूंगा।”
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस मामले में कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को घेरते हुए कहा कि, “कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार को अगर वास्तव में सभी धर्मों के प्रति समान सम्मान में विश्वास है तो उन्हें द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म पर की गयी टिप्पणी की निंदा करनी चाहिए क्योंकि उनकी चुप्पी विवादास्पद टिप्पणियों का समर्थन करने के समान होगी। कांग्रेस नेता और कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने भी उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणियों का समर्थन किया है।”