बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती को सुप्रीम कोर्ट से शुक्रवार को बड़ा झटका लगा है। सर्वोच्च अदालत में सुनवाई के दौरान सीजेआई रंजन गोगोई ने कहा कि बसपा नेता मायावती को अपनी और हाथियों की मूर्तियों पर खर्च किए गए सभी सार्वजनिक धन लौटाना होगा।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि वह प्रतिमाओं के निर्माण पर सार्वजनिक धन खर्च करने से रोकने के लिए दिशा निर्देश दिया गया है। अब इस मामले की सुनवाई दो अप्रैल को होगी।
गौरतलब है कि मायावती ने अपने शासनकाल में २००७ से २०१२ के बीच लखनऊ और नोएडा में दो बड़े पार्क बनावाए थे। इन पार्कों में उन्होंने अपनी, दलित नेता भीमराव अंबेडकर, कांशीराम और पार्टी के चुनाव चिन्ह हाथी की मूर्तियां बनवाईं। इसके निर्माण पर लाखों रुपया खर्च किया गया। कुछ रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इनपर करीब ५९१९ करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। साल २०१२ में अखिलेश यादव की सरकार बनते ही उन्होंने ४० हजार करोड़ मूर्ति घोटाले का आरोप लगाया और जांच के आदेश दिए थे।