अपनी मांगों को लगातार नजरअंदाज किए जाने से नाराज़ बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिसिटी सप्लाइ ऐंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) के लगभग 35 हजार कर्मचारी आज हड़ताल पर हैं जिसके चलते लगभग 25 लाख मुंबईकरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि उनकी मदद के लिए एस टी बसें चलाई जा रही हैं। इस बीच बेस्ट प्रशासन ने चेतावनी दी है कि हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ में मेस्मा के तहत कार्रवाई की जाएगी।
बेस्ट कर्मियों की प्रमुख मांगों में बेस्ट बजट को बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) के मूल बजट में शामिल किए जाने के साथ – साथ कर्मचारियों की भर्ती, वेतन , लंबित दीवाली बोनस, उनके आवास आदि हैं।
बेस्ट सूत्रों के मुताबिक आज सुबह 7:00 बजे तक पूरे मुंबई के 27 डिपो एक कंडक्टर, 9 ड्राइवर, 51 इंस्पेक्टर्स और 19 स्टार्टर पहुंचे थे लेकिन उन्होंने भी काम नहीं किया जिसके चलते 1812 बेस्ट बसों में से एक भी बस डिपो से बाहर नहीं निकल पाई । हड़ताल में लगभग सभी बेस्ट कर्मचारी शामिल हैं । भले ही लोकल ट्रेन को मुंबई की लाइफलाइन कहा जाता है लेकिन बेस्ट बसें भी मुंबई में लाइफ लाइन सपोर्टिव सिस्टम का काम करती है। घर से रेलवे स्टेशन और स्टेशन से अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने के लिए ,स्कूल -कालेज या ऐसी जगह जहां पर ट्रेन नहीं जाती वहां पर बेस्ट अपनी सुविधाएं मुहैया कराती है ।सबसे बड़ी समस्या मुंबईकरों को ट्रेन से उतरने के बाद उनके गंतव्य स्थान पर पहुंचने की हो रही है ।खबरें हैं कि काफी जगहों पर ऑटो रिक्शा, टैक्सी व अन्य निजी वाहन चालक उनकी इस मजबूरी का फायदा उठाकर मनमाना किराया वसूल कर रहे हैं ।