मुंबई में आज हाल में दोफाड़ हुई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दोनों धड़ों की बैठकें होंगी। एनसीपी की बैठक एक तरह का शक्ति परीक्षण होगी जिस्मने यह पता चलेगा कि किस गुट के साथ कितने विधायक हैं। दोनों की तरफ से विधायकों को बैठक के लिए व्हिप जारी किया गया है। उधर मंत्रालय भवन में एनसीपी के विस्तार और शामिल होने के बाद पहली केबिनेट बैठक शुरू हो गई है जिसमें अजित और उनके साथ अलग गुट बनाने वाले सभी 8 मंत्री भी उपस्थित हैं।
आज की केबिनेट बैठक में एनसीपी के बागी होकर सरकार में शामिल हुए 9 मंत्रियों को विभाग आवंटित किए जा सकते हैं। महाराष्ट्र में पवार बनाम पवार की लड़ाई रोमांचक हो गई है। आज एनसीपी प्रमुख शरद पवार और बागी नेता अजित पवार ने अपने-अपने समर्थक विधायकों, सांसदों की बैठक बुलाई है। अनिल देशमुख, जीतेंद्र आह्वाड, जयंत पाटिल, रोहित पवार, संदीप क्षीरसागर और प्राजक्त प्रसादराव तनपुरे ने शरद पवार के साथ अपनी तस्वीरें शेयर कर समर्थन की बात कही है।
इस बैठक किए बाद ही साबित होगा कि किसके साथ कितने विधायक हैं। यदि अजित बहुमत के विधायक अपने साथ नहीं ला पाए तो उन्हें बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। शरद गुट की बैठक दोपहर 3 बजे दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चव्हाण सेंटर में होगी, जबकि अजित गुट की बैठक 11 बजे बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी में होने जा रही है।
एनसीपी के कुल 53 विधायकों में से जिस गुट में जितने ज्यादा विधायक, वही असली एनसीपी होने का संवैधानिक दावा कर सकेगा। शरद गुट की बैठक में आने वालों से एफिडेविट लाने को कहा गया है। इसके लिए व्हिप भी जारी किया गया है। उधर, अजित गुट ने अपने साथ 42 विधायक होने का दावा किया है। अजित पवार और एनसीपी नेताओं की बैठक से पहले अजित के समर्थक उनके देवगिरी बंगले पर मुलाकात करने पहुंचे।
इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने कहा – ‘अभी किसी भी पक्ष ने दावा नहीं किया है कि पार्टी का विभाजन हुआ है। अजित पवार और शरद पवार गुटों के बीच अभी लंबी लड़ाई चलेगी। संभावना है कि आगामी मानसून सत्र में इस बारे में यह स्थिति साफ हो सकेगी कि विधानसभा में पार्टी का मुख्य सचेतक कौन होगा।’
शरद पवार गुट के लोगों ने उनके घर सिल्वर ओक के बाहर पोस्टर लगाए हैं, जिनमें कहा गया है कि 83 साल का एक योद्धा लड़ाई लड़ने के लिए अकेले जा रहा है। अजित गुट का दावा है कि उसके पास 42 विधायक हैं। इनके हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को दिया है, हालांकि, काफी विधायकों ने कहा है कि उनसे अनजाने में हस्ताक्षर लिए गए और वे शरद पवार के साथ हैं।
अजित के साथ फिलहाल शपथ लेने वाले विधायक ही दिख रहे हैं। उधर विधान परिषद सदस्य अमोल मिटकरी ने कहा – ‘अजित गुट को तीन निर्दलियों का भी समर्थन है’। शरद पवार ने भी मंगलवार को वाईबी चव्हाण सेंटर (एनसीपी) दफ्तर में पार्टी की बैठक की थी। इसमें कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले समेत कई नेता मौजूद रहे।
एनसीपी के 53 में से 37 से ज्यादा विधायक अजित के साथ जाते हैं तो दल-बदल कानून से बच जाएंगे। यदि 36 से कम रहे तो उनका निलंबन तय है। सीएम शिंदे के खिलाफ उद्धव गुट फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। मांग है कि शिंदे के विधायकों की लंबित अयोग्यता याचिकाओं पर जल्द फैसला हो।
उधर एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना में भी हलचल तेज है। मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अगवानी करने नागपुर गए मुख्यमंत्री देर रात मुंबई वापस आ गए। बैठक के बाद वे फिर वापस चले गए।