बसपा प्रमुख मायावती को कांग्रेस को मंगलवार को उस समय जोरदार झटका दिया है। गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया के ख़िलाफ़ खड़े बसपा उम्मीदवार लोकेंद्र सिंह राजपूत कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
शनिवार को गुना में मायावती की राजपूत के पक्ष में रैली होने वाली थी। हालांकि राजपूत के मायावती को गच्चा देने से बसपा प्रमुख को बड़ा झटका लगा है। सिंधिया को राजपूत के कांग्रेस में आने से चुनाव में फ़ायदा मिल सकता है। लोकेंद्र सिंह राजपूत ने सिंधिया की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली। सिंधिया इस सीट से चार बार चुनाव जीत चुके हैं। अब उनका मुख्या मुकाबला भाजपा के केपी यादव से होगा।
दिलचस्प यह है कि यादव भी पहले सिंधिया के क़रीबी हुआ करते थे। उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की जबरदस्त सक्रियता से पहले ही मायावती अपसेट मानी जाती हैं। यह माना जाता है कि महागठबंधन से कांग्रेस को दूर रखने के पीछे मायावती ही थीं। अब कांग्रेस एक विरोधी की तरह उन्हें परेशान कर रही है। अभी तक की चुनाव रैलियों में मायावती ने कांग्रेस को उतना ही निशाने पर रखा है जितना भाजपा को।
इससे पहले उत्तर प्रदेश में बसपा के कद्दावर नेता रहे नसीमुद्दीन सिद्दिकी भी कांग्रेस में चले गए थे और बिजनौर लोकसभा सीट से उन्हें पार्टी ने टिकट भी दे दिया था।