भाजपा-शिव सेना में ‘दोस्ती’ की चर्चा की बीच सोमवार को महाराष्ट्र विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन सदन में जहाँ जबरदस्त हंगामा हुआ वहीं कृषि कानूनों और ओबीसी आरक्षण के समर्थन में हंगामा कर रहे 12 भाजपा विधायकों को एक साल की अवधि के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया। भाजपा के विधायक इस निलंबन के खिलाफ राज्यपाल से मिलने का कार्यक्रम बना रहे हैं। भाजपा के एक विधायक आशीष शेलार ने निलंबन से क्रुद्ध होकर ठाकरे सरकार को ‘तालिबान सरकार’ कहा है।
जैसे ही भाजपा विधायकों ने कृषि कानूनों और ओबीसी आरक्षण के समर्थन में हंगामा करना शुरू किया, अध्यक्ष ने उन्हें शांत रहने को कहा। लेकिन जब शोर हंगामे में बदल गया तो स्पीकर ने भाजपा के 12 विधायकों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया। इस दौरान कुछ देर के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित भी की गई।
निलंबित विधायकों में आशीष शेलार, हरीश पिंपले, संजय कुटे, नारायण कुचे, गिरीज महाजन, अभिमन्यु पवार, बंटी बांगडीया, योगेश सागर और अतुल भातखलकर आदि के नाम शामिल हैं।
इस मामले पर पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि ये झूठे आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा – ‘हम ओबीसी रिजर्वेशन के लिए अपने 12 विधायक कुर्बान करने को तैयार हैं। कहानियां बनाई जा रही हैं। भाजपा से किसी ने गाली नहीं दी।’ उधर पार्टी विधायक आशीष शेलार ने कहा – ‘ठाकरे सरकार ‘तालिबान’ की तरह काम कर रही है। मैं इस कार्रवाई की निंदा करता हूं। न तो मैंने और न ही किसी अन्य विधायक ने भास्कर जाधव को गाली दी। भाजपा के किसी भी सदस्य ने केबिन में गाली-गलौज नहीं की। मैंने उनसे माफी भी मांगी, इसके बावजूद उन्होंने हमें सस्पेंड कर दिया।’
इस घटना को फडणवीस के सुबह के उस ब्यान के विपरीत बताया जा रहा है जिसमें उन्होंने भविष्य में भाजपा-शिव सेना में संबंध सुधरने जैसे संकेत दिए थे। निश्चित ही आज की विधानसभा की घटना से शिवसेना और भाजपा के रिश्तों में खटास आ सकती है। शिवसेना नेता संजय राउत ने भी आज ही कहा था कि भाजपा के साथ आमिर खान और किरण राव जैसे रिश्ते हैं, भारत-पाक जैसे नहीं। हमारे राजनीतिक रास्ते बेशक अलग हैं, लेकिन दोस्ती हमेशा बरकरार रहेगी।
उधर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि भाजपा और शिवसेना के बीच कोई दुश्मनी नहीं है। पिछले दिनों सीएम उद्धव ठाकरे ने भी पीएम मोदी के साथ एक विशेष बैठक की थी जिसे लेकर काफी चर्चा रही थी।