दो राज्यों के विधानसभा चुनाव में अभी तक के रुझानों में भाजपा-शिव सेना गठबंधन महाराष्ट्र में बेहतर करता दिख रहा है और उसकी सरकार बनना कमोवेश निश्चित दिख रहा है। हालांकि, हरियाणा के रुझानों ने भाजपा की नींद उड़ाई है और वहां उसे कांग्रेस कड़ी टक्कर दे रही है। यदि मामला फंसा तो ६-८ सीटों पर आगे दिख रही नई बनी पार्टी जेजेपी ”किंग मेकर” की भूमिका में आ सकती है।
इस बीच भाजपा आलाकमान ने सीएम एमएल खट्टर को दिल्ली तलब किया है। दिलचस्प यह है कि कांग्रेस ने ट्वीट किया है कि वह महाराष्ट्र में शिव सेना को स्पोर्ट करने के लिए तैयार है। ”सामना” में शिव सेना हमेशा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तारीफ़ करती रही है लिहाजा कांग्रेस का यह ट्वीट इस मायने में अहम हो जाता है कि शिव सेना अपना मुख्यमंत्री होने की बात हमेशा कहती रही है।
महाराष्ट्र में अभी तक के रुझानों के मुताबिक कुल २८८ सीटों में से भाजपा १०३, उसकी सहयोगी शिव सेना ७२, कांग्रेस ४१ और एनसीपी ५० सीटों पर आगे चल रहे हैं। वैसे नतीजों को देखा जाए तो भाजपा ने इस चुनाव में महाराष्ट्र २०१४ के चुनाव के मुकाबले अभी पीछे है जबकि शिव सेना ने हासिल किया है। २०१४ में भाजपा ने १२२ और शिव सेना ने ६३ सीटें जीती थें। वहीँ कांग्रेस की स्थिति २०१४ जैसे ही है जबकि एनसीपी ने गेन किया है। वो अभी तक ५० सीटों पर आगे है जबकि २०१४ में उसने ४१ सीटें जीती थीं।
उधर हरियाणा के रुझान साफ़ कर रहे हैं कि भाजपा का ७५ पार का नारा फुर्र हो गया है और वहां उसे बहुमत तक पहुँचने के लाले पड़ सकते हैं। भाजपा अभी तक वहां ४३ सीटों पर आगे है जबकि कांग्रेस ३१ पर आगे है। हरियाणा में बार-बार आँखड़े बदल रहे हैं लिहाजा अंतिम नतीजा क्या रहेगा, अभी कहना मुश्किल है। यह साफ़ है कि हरियाणा में स्थानीय मुद्दे भारी पड़े हैं।