महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस परेशानियां कम होती नहीं दिखाई दे रही हैं। मुंबई हाईकोर्ट की नागपुर बेंच ने फडणवीस को एक्सिस बैंक मामले में नोटिस जारी किया है।
फडणवीस पर आरोप है कि उन्होंने अपनी मुख्यमंत्रित्वकाल में कई सरकारी विभागों के कर्मचारियों के वेतन के खाते सरकारी बैंकों के बजाए एक्सिस बैंक में ट्रांसफर करने का आदेश जारी किया था और इस आदेश की वजह उनकी पत्नी अमृता फडणवीस का एक्सिस बैंक से जुड़ा होना था।
दरअसल यह मामला उस वक्त भी काफी चर्चा में आया था लेकिन मामला तूल नहीं पकड़ पाया।हालांकि पिछले साल सरकार की दलील थी कि 2005 तक पुलिस कर्मचारियों के वेतन खाते यूटीआई बैंक में थे जो बाद में एक्सिस बैंक में खोले गए। मोहनीश जबलपुरे ने देवेंद्र फडणवीस के उस आदेश के खिलाफ मुंबई हाई कोर्ट नागपुर खंडपीठ बेंच में याचिका दायर करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया और एक्सिस बैंक को फायदा पहुंचाया। याचिकाकर्ता जबलपुर का कहना है कि मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस के इस फैसले से नेशनल बैंक को आर्थिक नुकसान हुआ है बैंकों के पास उन्होंने इस पूरे मामले की जांच की मांग की है । इस याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस रवि देशपांडे और अमित बोरकर ने तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र के मुख्य सचिव गृह सचिव और पुलिस महासंचालक को नोटिस भेजकर 8 हफ्तों में शपथ पत्र दायर कर जवाब देने कहा है। फडणवीस सरकार ने 11 मई 2017 को एक आदेश जारी कर पुलिसकर्मियों की सैलरी अकाउंट और संजय गांधी निराधार योजना के लाभार्थियों के खाते सरकारी बैंकों से हटाकर एक्सिस बैंक में खोलेन की बात की थी।