10 रुपये में भरपेट भोजन और किसानों की कर्ज माफी जैसे लोकलुभावन एलानों के साथ महाराष्ट्र की नई सरकार, महा विकास आघाडी ने नागपुर में अपना पहला शीतकालीन अधिवेशन पूरा कर लिया। अगला अधिवेशन 24 फरवरी 2020 से मुंबई में शुरू होगा इस अधिवेशन में बजट पेश किया जाएगा।
16 दिसंबर से 21 दिसंबर तक चलने वाली शीतकालीन अधिवेशन को अपने काल के लिए याद किया जाएगा।
6 दिनों तक चले इस अधिवेशन में दोनों सदनों में कुल मिलाकर साथ विधायक मंजूर किए गए। अधिवेशन के अंतिम दिन शनिवार 21दिसंबर, विधान परिषद के सभापति रामराजे निंबालकर और विधानसभा में अध्यक्ष नाना पटोले ने शीतकालीन अधिवेशन के समापन की घोषणा करते हुए बताया कि अगला अधिवेशन 26 फरवरी से मुंबई में होगा। सभापति निंबालकर ने सदन में जानकारी दी कि कुल 6 दिन के शीतकालीन अधिवेशन में 34 घंटे 39 मिनट सदन की कार्यवाही चली यानी औसतन प्रतिदिन 5 घंटे 50 मिनट सदन चला। नियम 97 के तहत 27 प्रस्ताव आए जिसमें 15 प्रस्तावों को स्वीकार किया गया। कुल 59 मुद्दों में से 45 मुद्दे रखे गए । कुल 509 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखे गए।2 अशासकीय विधायक रखे गए नियम 289 के तहत 13 प्रस्ताव थे।
विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले ने सदन को जानकारी देते हुए बताया कि 6 दिन में 47 घंटे 29 मिनट सदन की कार्यवाही चली। मंत्रियों की अनुपस्थिति के कारण 20 मिनट सदन की कार्यवाही प्रभावित हुई। अन्य कारणों के चलते 2 घंटा 55 मिनट सदन नहीं चला। औसतन प्रतिदिन करीब 8 घंटे सदन की कार्यवाही चली। विधानसभा में 1057 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखे गए। विधायकों की उपस्थिति थी सदन में तकरीबन 84. 40 फ़ीसदी रही।