दिल्ली-एनसीआर में जैसे-जैसे गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है। वैसे-वैसे पानी की किल्लत का असर देखने को मिलने लगा है। एक ओर लोगों को साफ पानी के लिए जूझना पड़ रहा है। वहीं महंगाई का असर पानी के कंटेनरों में भी पड़ा है। बाजारों में हर रोज लोकल और ब्रांडेड पानी वाले दुकानों और घरों में पानी की सप्लाई करते है। प्रति पानी के कंटेनर में 10 से 15 रुपये बढ़ाये जा रहे है।
कंटोनरों से पानी की सप्लाई करने वालों का कहना है कि डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने से उनको पानी की सप्लाई के लिये अतिरिक्त भाड़ा देना पड़ता है। सो मजबूरी में पानी के दाम बढ़ाये है।कंटेनरो से पानी की सप्लाई का काम करने वाले भगवान दास ने बताया कि लोकल पानी का काम दिल्ली के कई इलाकों में होता है। वही ब्रांडेड पानी वालों ने 10 अप्रैल से पानी के दाम बढ़ाने शुरू कर दिये है। जो महंगा पानी पहले से ही है। ऐसे में लोकल वाले जो पानी सस्ता पहले से ही दे रहे है। उनको पानी के दाम बढ़ाना जरूरी हो गया है। क्योंकि ऐसे में उनकी लागत नहीं निकल रही है।
बताते चलें लोकल पानी बेचने वाले कोई लाइसेंस तो लेते नहीं है। न ही कोई राजस्व देते है। सबकुछ सेटिंग पर ही उनका कारोबार चलता है। सो इनकी मनमानी चलती रहती है। पानी की गुणवत्ता का कोई पैमाना नही होता है। फिलहाल महंगाई से कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं बचा है जहां पर लोगों को जूझना न पड़ रहा हो। पांडव नगर निवासी रामकिशन का कहना है कि जब भी कोई आपदा-विपदा या अन्य समस्या आती है तो कुछ लोग अपना लाभ लेने से संकोच तक नहीं करते है। जैसे का आज कल हो रहा है। हर कोई महंगाई के नाम पर लूट-खसूट करने में लगा है।