इस साल का ज्ञानपीठ पुरूस्कार मशहूर मलयाली लेखक अक्कित्तम अच्युतन नंबूदिरी को देने की घोषणा की गयी है। यह ज्ञानपीठ का ५५वां अवार्ड है।
इस पुरूस्कार में ११ लाख रूपये की राशि और मां सरस्वाती की कांस्य प्रतिमा भेंट की जाती है। अक्कित्तम का जन्म १८ मार्च, १९२६ को हुआ था। वे मलयालम भाषा के कवि हैं और ”अक्कित्तम” के नाम से चर्चित हैं। उनके रचित एक कविता संग्रह ”बालिदर्शनम्” के लिये उन्हें साल १९७३ में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
उनकी प्रसिद्द पुस्तकों में एक बालिदर्शनम् भी है। उन्हें २०१७ में ”पद्म श्री” से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनकी करीब ४३ पुस्तकें हैं। वे यह अवार्ड जीतने वाले छठे मलयाली लेखक हैं।