मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां अभी से शुरू कर दी है। हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चार राज्यों में शानदार जीत हासिल हुई वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी को सभी राज्यों में करारी हार का सामना करना पड़ा।
पांच राज्यों में मिली हार के बाद अब कांग्रेस पार्टी का मुख्य केंद्र मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव है और यहां जीत दर्ज कराने के लिए कांग्रेस पार्टी सभी समीकरण जुटाने में लगी है।
इसी को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी जनता के बीच अपनी पकड़ बनाने के लिए काफी प्रयास भी करती नजर आ रही है। पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और विधायकों को अप्रैल माह में आने वाली रामनवमी और हनुमान जयंती पर सार्वजनिक तौर पर राम कथा, रामलीला, हनुमान चालीसा और सुंदरकांड जैसे धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए है। ताकि जनता में अपनी पैठ को अधिक मजबूत कर सके।
वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के इस कदम को पाखंड करार दिया है। भाजपा प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि, “कांग्रेस हमेशा से ही तुष्टीकरण की राजनीति करती आई है साथ ही कांग्रेस नेताओं ने भगवान राम और रामसेतु को कई बार काल्पनिक भी करार दिया है और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का विरोध भी किया।“