मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सोमवार को फ्लोर टेस्ट का सामना करेंगे। राज्यपाल लालजी टंडन ने बहुमत परीक्षण का निर्देश जारी करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र १६ मार्च को सुबह ११ बजे प्रारंभ होगा और विश्वासमत मत विभाजन के आधार पर बटन दबाकर होगा, अन्य किसी तरीके से नहीं। उधर जयपुर भेजे गए कांग्रेस विधायक वापस भोपाल लौट आये हैं और कमलनाथ इस समय एक महत्वपूर्ण बैठक कर रहे हैं।
विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक छह विधायकों के इस्तीफा स्वीकार कर लिए हैं। कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करने के बाद २३० सीटों वाली विधानसभा में दो खाली सीटों और ६ इस्तीफों के बाद २२२ सदस्य रह गए हैं। इस तरह बहुमत के लिए कमलनाथ को ११२ विधायकों की जरूरत रहेगी।
नए घटनाक्रम में राज्यपाल टंडन ने फ्लोर टेस्ट का आदेश देते हुए कहा है कि अब इस कार्रवाई को स्थगित नहीं किया जा सकता। राज्यपाल ने कहा कि मध्य प्रदेश विधानसभा का सत्र १६ मार्च सुबह ११ बजे शुरू होगा और उनके अभिभाषण के तत्काल एकमात्र कार्य विश्वास प्रस्ताव पर मतदान होगा। राजपयापाल ने यह भी कहा कि ”विश्वासमत मत विभाजन के आधार पर बटन दबाकर ही होगा और अन्य किसी तरीके से नहीं किया जाएगा”।
इस बीच जयपुर हैजे गए कांग्रेस विधायक भोपाल लौट आये हैं और मुख्यमंत्री कमलनाथ इस समय एक महत्वपूर्ण बैठक कर रहे हैं। कुल मिलकर कल का फ्लोर टेस्ट काफी दिलचस्प होता दिख रहा है। कमलनाथ अपनी सरकार बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं जबकि बेंगलुरु गए ‘सिंधिया समर्थक” विधायक न टूटें, भाजपा इसकी कोशिश में जुटी है।