मणिपुर सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफा देने को लेकर स्थिति अभी साफ़ नहीं

क्या लगातार जारी हिंसा के बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की कुर्सी खतरे में हैं ? विपक्ष लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहले ही दो दिन के दौरे पर मणिपुर में हैं और आज शाम राज्यपाल से भी मिले हैं। मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के राज्यपाल से मिलने और इस्तीफा देने को लेकर स्थिति साफ़ नहीं है। उनके साथी विधायक लगातार उनपर दबाव बना रहे हैं कि वे इस्तीफा न दें। इन विधायकों ने ‘मुख्यमंत्री का फटा हुआ इस्तीफा’ पत्र की मीडिया के लोगों को दिखाया है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि उन्होंने इस्तीफा नहीं देने का फैसला किया है। 

मणिपुर पिछले दो महीने से हिंसा की आग में जल रहा है। बीरेन सरकार राज्य में जारी जातीय हिंसा को रोक पाने में नाकाम रही है। कांग्रेस सहित विपक्ष लगातार उनके इस्तीफे और हिंसा पर रोक की मांग कर रहा है। सुबह से मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के  राज्यपाल से मिलने की खबर के बाद कयास लग रहे थे कि क्या वे इस्तीफा देने जा रहे हैं?

उधर खबर है कि इम्फाल में बीरेन सिंह के आवास के पास बड़ी संख्या में महिलाएं जुटी हैं जो मुख्यमंत्री का इस्तीफ़ा नहीं चाहतीं। उनके साथी विधायक भी उनपर इस्तीफा न देने के लिए जबरदस्त दबाव बनाये हुए हैं।

यह घटनाक्रम तब हो रहा है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर में दो-दिवसीय दौरे पर हैं और प्रभावित लोगों से मिले हैं। बड़ी संख्या में महिलाओं ने उनके आने के स्वागत में प्लेकार्ड पकड़कर मार्च निकाला था। वे आज सो राहत शिविरों में जा चुके हैं। शाम को और लोगों से मिलेंगे। शाम को वे राज्यपाल अनुसुइया उइके से मिले हैं।

आज जब मणिपुर में हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी के बारे में पत्रकारों ने सवाल पूछा तो राहुल गांधी ने कहा कि वह यहां आकर राजनीतिक मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा – ‘मैं यहां कोई राजनीतिक टिप्पणी करने नहीं आया हूं। मैं यहां इन मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करूंगा। मैं केवल यही चाहता हूं कि यहां जल्द से जल्द शांति लौटे।’

राहुल गांधी ने कहा कि जब वह मणिपुर में हिंसा से प्रभावित लोगों से मिले, तो उनका दिल टूट गया। एक इंस्टाग्राम पोस्ट में गांधी ने कहा – ‘मणिपुर में हिंसा के कारण जिन लोगों ने अपने प्रियजनों और घरों को खो दिया है, उनकी दुर्दशा को देखना और सुनना दिल दहला देने वाला है। मैं यहां जिस किसी भाई, बहन या बच्चे से मिलता हूं, उसके चेहरे पर मदद की गुहार है।’

हिंसाग्रस्त राज्य में शांति की अपील करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ‘मणिपुर को जिस सबसे अहम चीज़ की ज़रूरत है, वह अमन है, ताकि हमारे लोगों के जीवन और आजीविका सुरक्षित रह सकें। हमारी सभी कोशिशों को उसी लक्ष्य के लिए एकजुट होना चाहिए।’