मणिपुर में जारी हिंसा के बीच पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीपी मलिक ने राज्य की स्थिति को ‘असाधारण रूप से दुखद’ बताया है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि राज्य की इस स्थिति पर तत्काल ध्यान देने की ज़रुरत है। इस बीच मणिपुर में लगातार झड़पें, आगजनी और हिंसा की ख़बरें आ रही हैं।
मणिपुर के एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के एक ट्वीट का जिक्र करते हुए जनरल मलिक ने राज्य में खराब स्थिति पर पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए उच्चतम स्तर पर तत्काल ध्यान देने को कहा है।
बता दें जनरल मालिक ने जिस सेना अधिकारी के ट्वीट को टैग किया है वह लेफ्टिनेंट जनरल सिंह हैं, जिन्होंने 30 मई को कहा था – ‘मेइती और कुकी लोगों के बीच जातीय हिंसा के बीच म्यांमार से लुंगी पहने हुए 300 आतंकवादी मणिपुर में प्रवेश कर गए हैं।’ लेफ्टिनेंट जनरल सिंह 40 साल तक भारतीय सेना में सेवा देने के बाद 2018 में सेवानिवृत्त हुए थे।
इस बीच मणिपुर के इंफाल शहर में सुरक्षाबलों और भीड़ के बीच शुक्रवार को रातभर हुई झड़पों में दो नागरिक घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि कल रात संघर्षग्रस्त मणिपुर के क्वाथा और कांगवई इलाकों से स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की गई और आज सुबह तक रुक-रुक कर गोलीबारी की खबरें आ रही हैं। तोड़फोड़ और आगजनी की कई घटनाएं हुई हैं। इंफाल में भीड़ ने भाजपा के नेताओं के घर जलाने की भी कोशिश की।
मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के क्वाकटा और चुराचांदपुर जिले के कंगवई से पूरी रात गोलीबारी होने की खबर है। सुरक्षाबलों पर भी फायरिंग की सूचना है। इंफाल पश्चिम के इरिंगबाम पुलिस थाने में लूट की कोशिश की गई। हालांकि, इस दौरान कोई हथियार चोरी नहीं हुआ। अधिकारियों के अनुसार, दंगाइयों को इकट्ठा होने से रोकने के लिए सेना, असम राइफल्स और मणिपुर द्रुत कार्य बल (आरएएफ) ने इंफाल में आधी रात तक संयुक्त मार्च निकाला।