पुणे के भीमा कोरेगांव में 1 जनवरी 2018 को दलित और मराठा समुदायों के बीच हुई हिंसा मामले में अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 83 वर्षीय फादर स्टेन स्वामी को रांची से गिरफ्तार किया है। भीमा कोरेगांव हिंसा मामले की जांच कर रही एनआईए की टीम ने वीरवार रात स्टेन स्वामी को ‘बगईचा’ स्थित उनके दफ्तर से पकड़ा। पहले उन्हें हिरासत में रखकर पूछताछ की और बाद में गिरफ्तार कर लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वे दफ्तर के ही एक कमरे में अकेले रहते थे।
मूल रूप से केरल के रहने वाले 83 साल के स्टेन स्वामी पर आईपीसी की धाराओं के साथ आतंकवाद निरोधक क़ानून (यूएपीए) की धाराएं भी लगाई हैं। वे झारखंड में लंबे समय से आदिवासियों के अधिकारों के लिए काम करते रहे हैं। हालांकि स्टेन ने ऐसे सभी आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वे भीमा कोरेगांव गए ही नहीं।
स्टेन को आज एनआईए अदालत में पेश कर सकती है। इससे पहले भी इसी मामले में कई दिग्गज सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियो और प्रोफेसरों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।